मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना चढ़ा भ्रस्टाचार की भेंट,
कई अपात्रों के सर बंधा सेहरा,तो कई पात्रों को सूची से किया गया बाहर
बलरामपुर जनपद के उतरौला तहसील अन्तर्गत स्थित ब्लॉक परिसर उतरौला में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमे तमाम ऐसे जोड़े थे जिनकी शादी काफी दिनों पहले हुई थी उनको मंडफ में बैठकर सात फेरे दिलाकर रस्म पूरा किया गया।और भ्रस्ट कर्मचारियों द्वारा सरकार को चूना लगाया गया।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कई जोडों को ब्लॉक परिसर से वापस किया गया।सबसे ज्यादा भ्रस्टाचार रेहरा ब्लॉक के कर्मचारियों द्वारा किया गया।कार्यक्रम के अंत मे तमाम लोग रेहरा ब्लॉक के कर्मचारी ग्रीश दूबे को घेरते नजर आए और पैसा वापस देने की बात कर रहे थे।लेकिन भ्रस्ट ब्लॉक कर्मी अपना पीछा छुड़ाकर इधर उधर बैग लेकर भागते नजर आए।तमाम ऐसे परिवार के लोग काफी मायूस दिखे।जिनको बिना शादी कराये मंडफ़ से वापस किया जा रहा था।कई लोगों ने रेहरा ब्लॉक के कर्मचारी गिरीश दूबे पर आरोप लगाया कि जिन लोगों ने मनमुताबिक पैसा दे दिया था उन्ही लोगों का नाम सूची में दर्ज किया गया।था बाकी लोगों को पैसा न मिलने के कारण सूची में नाम न होने का हवाला देकर शादी के मंडफ से बैरंग वापस किया गया।भ्रस्ट अधिकारियों ने मनमानी कर हाथों में मेंहदी लगाकर बैठी गरीब व असहाय कन्याओं के मंसूबों पर पानी फेर दिया। और तमाम परिवार अपने लड़की का हाथ पिला नही कर पाए।सूत्रों ने यह भी बताया कि 10 हजार से 20 हजार तक कि मांग किया जा रहा था जिससे पहले व ज्यादा पैसा मिला उन्ही लोगों की शादी कराई गई है।वहीं जब इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी से जानकारी किया गया तो जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही। अब देखना यह है की भ्रस्ट कर्मचारियों पर क्या कार्यवाही होती है।या मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।