आर्थिक मोर्चे पर मिल सकती है एक और बड़ी राहत, तेल और गैस की कीमतें हो सकती हैं कम
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को नई मौद्रिक नीति की घोषणा कर दी। शीर्ष बैंक ने रेपो रेट को स्थिर रखते हुए होम लोन और कार लोन चुकाने वालों को बड़ी राहत दी है। इसी बीच ऐसी भी खबरें आ रही हैं कि, तेल कीमतों में भी जल्द गिरावट देखने को मिल सकती है।एक अधिकारी ने बताया कि, सार्वजनिक क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनियां (ओएमसी) आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कमी कर सकती हैं। लेकिन तेल की कीमतें तभी नीचे आएंगी अगर तेल कंपनियां आगामी तिमाही में भी मजबूत वित्तीय प्रदर्शन करती हैं।
मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑयल सेक्टर से जुड़े अधिकारी ने बताया कि, तेल कंपनियां घाटे से उबर चुकी हैं। पिछले एक साल में तेल मार्केटिंग कंपनियों ने अपने नुकसान की भरपाई कर ली है। ऐसी स्थित में अब माना जा रहा है कि, कंपनियां तेल के दामों में कमी कर सकती हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेल कंपनियों ने Q4 (पिछली तिमाही) में अच्छा मुनाफा कमाया है। तेल मार्केटिंग कंपनियां अगर अगली तिमाही में भी मजबूत वित्तीय प्रदर्शन करती हैं, तो पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती देखने को मिल सकती हैं।
बता दें कि, इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमत में लगातार गिरावट के बाद भी पिछले 13 महीनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। 22 मई 2022 को आखिरी बार पेट्रोल की कीमत में कटौती की गई थी। जब केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी को कम करने का ऐलान किया था। जिसके बाद से डीजल-पेट्रोल की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं।
अधिकारी ने आगे कहा कि पिछले साल कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि होने के बाद निजी तेल मार्केटिंक कंपनियों ने देश में पेट्रोल और डीजल की बिक्री बंद कर दी थी। अब इन निजी कंपनियों ने पब्लिक सेक्टर की ओएमसी की तुलना में 1 रुपए सस्ता तेल बेचना शुरू कर दिया है। बाजार में बढ़ती आपूर्ति के कारण अगले कुछ महीनों में गैस की कीमतों भी में कमी देखने को मिल सकती है। अधिकारी ने यह भी कहा कि बाजार में तेल की आपूर्ति में कोई कमी नहीं है।