राज्यसभा सांसद संजय सिंह को उनके आवास से किया गया गिरफ्तार

सुबह-सुबह संजय सिंह के आवास पहुंची ईडी की टीम

राज्यसभा सांसद संजय सिंह को उनके आवास से किया गया गिरफ्तार

शराब घोटाला मामले में छापेमारी ,आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह के आवास पर सुबह-सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पहुंच गई है। टीम उनके आवास पर छापेमारी कर रही है। सूत्रों के अनुसार, शराब घोटाले मामले में संजय सिंह के आवास पर छापेमारी की जा रही है।
इससे पहले संजय सिंह के करीबियों के घर पर भी छापे पड़े थे। शराब घोटाले की चार्जशीट में संजय सिंह का नाम था। इसी क्रम में बुधवार को उनके यहां ईडी टीम सर्च करने पहुंची है।

वित्त सचिव को लिखा था पत्र

इस साल मई की शुरुआत में, सांसद संजय सिंह ने वित्त सचिव टीवी सोमनाथन को लिखे पत्र में कहा था कि ईडी निदेशक और सहायक निदेशक ने जानबूझकर बिना किसी आधार के कथित शराब घोटाले से उनका नाम जोड़ा, उनकी सार्वजनिक छवि खराब की और उन्हें बदनाम किया गया। सिंह ने कहा था कि उनका नाम दिनेश अरोड़ा के बयानों के आधार पर जोड़ा गया है। सिंह ने यह भी आरोप लगाया था कि अधिकारियों ने अपने पद का दुरुपयोग करके उनकी सार्वजनिक छवि खराब की है और उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की।

सिंह ने पत्र में कहा था उन्होंने पहले ही अधिकारियों को खुली और सार्वजनिक माफी जारी करने के लिए कानूनी नोटिस भेज दिया है। ईडी सूत्रों के मुताबिक, आप नेता का नाम ईडी की चार्जशीट में चार बार आया है, जिसमें से एक संदर्भ गलत था और अनजाने में टाइप हो गया था। एक जगह राहुल सिंह की जगह संजय सिंह का नाम था जो उस वक्त एक्साइज कमिश्नर थे। फिलहाल ईडी संजय सिंह के आवास की तलाशी ले रही है।

सत्येंद्र जैन और सिसोदिया के यहां भी पड़ चुकी है ईडी रेड

यह पहली बार नहीं है जब ईडी ने आप के किसी नेता के यहां छापेमारी की हो। इससे पहले भी कई बार पार्टी के तमाम नेता केंद्रीय एजेंसी के रडार पर आ चुके हैं। ईडी ने पिछले साल मई में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया था। बीमारी के चलते उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल अतंरिम जमानत दी हुई है।

इसके बाद इस साल फरवरी में तत्कालीन डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया को शराब नीति में कथित घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया था। सिसोदिया गिरफ्तारी के बाद से ही जेल में हैं। जबकि आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उन्हें कट्टर ईमानदार बताते हैं।

क्या है दिल्ली शराब घोटाला

शराब घोटाला दिल्ली सरकार की नई शराब नीति 2021-22 से जुड़ा हुआ है। केजरीवाल सरकार ने 17 नवंबर 2021 को दिल्ली में नई शराब नीति लागू की थी। इस नीति के तहत शराब कारोबार को पूरी तरह से निजी हाथों में सौंप दिया गया था। सरकार ने नई नीति लाने के लिए माफिया राज को खत्म करने का तर्क दिया था। इससे राजस्व में वृद्धि का भी दावा किया गया था। हालांकि नीति लागू होने के बाद इसके नतीजे सरकार के दावों से उलट आए। राजस्व को हुए नुकसान के बाद दिल्ली सरकार सवालों के घेरे में आ गई। इसके बाद केंद्र शासित प्रदेश के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने इसमें गड़बड़ी का आरोप लगाया था। उन्होंने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को रिपोर्ट दी। रिपोर्ट के आधार पर एलजी ने 22 जुलाई 2022 को इसपर सीबीआई जांच की सिफारिश की।

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