गोण्डा-विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से लाभान्वित हो रहे लाभार्थी

गोण्डा-विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना से लाभान्वित हो रहे लाभार्थी

शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार चल रहा प्रशिक्षण कार्यक्रम विभिन्न ट्रेडों के प्रशिक्षण को प्रैक्टिकल के माध्यम से दिया जा रहा है। गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण गोंडा के मोकलपुर रोड स्थित शैली एवेन्यू में जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केंद्र की देखरेख में विभिन्न ट्रेडों जैसे दर्जी, बढ़ाई, लोहार, कुम्हार, धोबी, हलवाई, नाई एवं टोकरी बुनकर आदि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना अंतर्गत तथा एक जनपद एक उत्पाद योजना अंतर्गत खाद्य संस्करण दाल एवं मक्का आदि ट्रेड में 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है, प्रशिक्षण कार्यक्रम को आयोजित करने की जिम्मेदारी उद्यमिता विकास संस्थान द्वारा किया जा रहा है प्रशिक्षार्थियों ने बताया की प्रशिक्षण कार्यक्रम में विभिन्न ट्रेडों के प्रशिक्षार्थियों के मेन्यू के हिसाब से भोजन की व्यवस्था किया है तथा प्रयोगात्मक करने के लिए कच्चा माल दिया जाता है तथा प्रशिक्षित प्रशिक्षको द्वारा नए-नए प्रयोग करते हुए घर पर भी प्रैक्टिकल करने का प्रोत्साहन किया जाता है दर्जी ट्रेड की विमला देवी ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम में ट्रेनर द्वारा बार-बार समझाया जाता है वह प्रैक्टिकल के लिए मशीन पर प्रेक्टिकल करके दिखाया जाता है प्रशिक्षण लेने आए महिलाओं ने बताया कि प्रशिक्षण केंद्र पर भोजन की व्यवस्था, पानी की व्यवस्था, बाथरूम की व्यवस्था, सुबह चाय-नाश्ते की व्यवस्था संबंधित सभी आवश्यक सुविधाएं मौजूद हैं। प्रशिक्षण केंद्र पर प्रशिक्षण संबंधी कोई भी परेशानी नहीं है उद्यमिता विकास संस्थान के संयोजक व प्रशिक्षक की देखरेख कर रहे कपिल देव तिवारी ने बताया कि चयनित शिक्षार्थियों की ट्रेडवार सूची विभाग द्वारा /पोर्टल से लिया जाता है फॉर्म भरते समय जो नंबर दिए जाते हैं, विभाग सूची देता है उसमें मोबाइल नंबर होता है, मोबाइल नंबर पर फोन करके प्रशिक्षार्थियों की प्रशिक्षण प्रारंभ होने के दिनांक व समय की जानकारी ट्रेनरों द्वारा दिया जाता है सूची के अनुसार काफी लोगों के मोबाइल नंबर गलत है या बंद है अथवा नॉट रीचेबल जाते हैं इस पर प्रशिक्षार्थियों के ग्राम प्रधान तथा विभाग के साथ-साथ व्यक्तिगत बात करके प्रशिक्षण शुरू होने की जानकारी दी जाती है जो स्वयं प्रशिक्षण केंद्र पर उपस्थित हो इनका नाम को आधार से मिलान किया जाता है प्रत्येक बैच को 10 दिन तक प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है इस बार अभी तक किसी भी प्रशिक्षार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित नहीं किया गया है शासन द्वारा सभी प्रशिक्षार्थियों का असेसमेंट होने के बाद ही प्रमाण पत्र तथा टूलकिट वितरित किए जाने का प्रावधान किया गया है। असेसमेंट 10 दिवसीय प्रशिक्षण पूर्ण होने के बाद ही सेक्टर स्किल काउंसिल द्वारा किया जाएगा, श्री तिवारी ने बताया कि समय-समय पर उपयुक्त उद्योग रामबाबू व सहायक आयुक्त संदीप कुमार सरोज द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम व केंद्र का औचक निरीक्षण भी किया जाता है, साफ-सफाई, खानपान व अन्य व्यवस्थाओं से संबंधित निर्देश दिए जाते हैं प्राप्त निर्देशों का अनुसरण करते हुए उन विषयों पर सुधार किया जाता है, तिवारी ने बताया कि कुछ दिन पूर्व प्रशिक्षण केन्द्र पर 4-5 अपरीक्षित व्यक्तियों द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्यवधान उत्पन्न करते हुए महिला ट्रेनर से धक्का मुक्की के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग उन व्यक्तियों द्वारा किया गया है जिसकी सूचना विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ उच्च अधिकारियों को भी दे दिया गया है।
यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार की है इसका उद्देश्य है परंपरागत कारीगरी को बचाए रखना और लोगों को आर्थिक सहयोग के साथ संबंधित टुलकिट प्रदान कर स्वरोजगार को बढ़ावा देना। प्रशिक्षिका रंजीता ने बताया कि अधिकतर महिलाएं स्वयं का रोजगार करना चाहती है। केंद्र पर सभी प्रशिक्षकों सहित प्रशिक्षार्थी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *