पूर्वदाशम/दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति के संबंध में जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बैठक संपन्न
शिक्षण संस्थान छात्र-छात्राओं का त्रुटिविहीन डाटा फीड करना एवं फॉरवर्ड करना करेंगे सुनिश्चित -जिलाधिकारी
छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थियों को इधर-उधर न काटना पड़े चक्कर, सुगमता से मिले छात्रवृत्ति -जिलाधिकारी
शिक्षण सत्र 2023-24 में पूर्वदशम/दशमोत्तर छात्रवृत्ति एवं शुल्क प्रतिपूर्ति हेतु विद्यार्थियों का डाटा शासनादेश के अनुसार के अनुसार समयबद्ध ढंग से त्रुटिविहिन डाटा फीड किए जाने के संबंध में जिलाधिकारी अरविंद सिंह की अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी शिक्षण संस्थान छात्रवृत्ति के संबंध में जारी शासनादेश एवं नियमों का भलीभांति अध्ययन कर लें। छात्रवृत्ति हेतु शिक्षण संस्थाओं द्वारा अध्यनरत विद्यार्थियों का डाटा फीड एवं फॉरवर्ड किया जाना है। डाटा फीड किए जाने का संपूर्ण उत्तरदायित्व संबंधित शिक्षण संस्थानों का है। सभी शिक्षण संस्थान निर्धारित समय अवधि के भीतर डाटा फीड करना एवं उसको फॉरवर्ड करना सुनिश्चित करेंगे। शिक्षण संस्थाओं द्वारा गलत ढंग से जानबूझकर विद्यार्थियों का गलत डाटा फीड करने पर उनके विरुद्ध कालीसूची में डालने अथवा मान्यता निरस्त करने की कार्रवाई की भी संस्तुति की जाएगी।
जिलाधिकारी ने कड़े निर्देश दिए की शिक्षण संस्थान इस बात का विशेष ध्यान रखेंगे कि किसी भी विद्यार्थी का गलत या त्रुटिपूर्ण डाटा फीड न हो। इसके लिए पूर्व के वर्षों में हुई गलतियों का भलीभांति जानकारी कर ले एवं उसमे सुधार लाए।
किसी भी विद्यार्थी को छात्रवृत्ति के लिए इधर-उधर चक्कर न लगाना पड़े। यह सुनिश्चित किया जाए की सुगमता से सभी विद्यार्थियों को सरकार की मंशा के रूप सुगमता से छात्रवृत्ति प्राप्त हो।
उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी शिक्षण संस्थानों के प्राचार्य की कार्यशाला आयोजित करते हुए सभी शासनादेशों एवं नियमों की विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान कर जाए।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी संजीव कुमार मौर्य, डीआईओएस जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी व समस्त डिग्री कॉलेज/इंटर कॉलेज के प्राचार्य उपस्थित रहे।