रेहरा बाजार, बंदरहा बाबा मंदिर परिसर में संत पंकज महाराज द्वारा किया गया सत्संग का आयोजन
पत्रकार अमर प्रताप वर्मा
रेहरा (बलरामपुर) 12 अक्टू.। सामाजिक समरसता लाने, शाकाहार अपनाने, शराब आदि नशों को त्यागने की प्रेरणा देने, चरित्र उत्थान गृहस्थ आश्रम में रहकर भगवान का भजन कर जीवन को सार्थक बनाने, अच्छे समाज के निर्माण का लक्ष्य लेकर जय गुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था मथुरा के अध्यक्ष संत पंकज जी महाराज के सानिध्य में निकली 108 दिवसीय जन जागरण यात्रा विकासखंड रेहरा के गांव बंदरहा–बाबा मदरहवा पहुंची। आज यहां सत्संग सभा का आयोजन किया गया। जिसमें प्रवचन करते हुए संत जी ने कहा जन्म–जन्मांतरों के पुण्य कर्मों से यह अनमोल मानव तन सबको मिला। इससे बड़े सौभाग्य की बात है कि सत्संग सुनने का अवसर भी मिल रहा है। सत्संग की महिमा अगम–अपार है। जिसे पाकर जीवन बदल जाता है। महापुरुषों के सत्संग में किसी जाति, धर्म, व्यक्ति की निंदा आलोचना नहीं की जाती है। यहां तो प्रभु की भक्ति के प्रति शौक पैदा किया जाता है। कलियुग में अन्य युगों की अपेक्षा बड़ा परिवर्तन हो गया। आत्म कल्याण के लिए संतों ने सुरत–शब्द–योग (नाम–योग) का रास्ता जारी किया। जिसे गृहस्थ आश्रम में रहकर किया जा सकता है। हमारे गुरु महाराज परम संत बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने आवाज लगाई ऐ इंसानों! तुम अपने दीन–ईमान पर वापस आ जाओ और इस मनुष्य मंदिर में रहकर भगवान की सच्ची पूजा करो। इस जिस्मानी मस्जिद में रहकर खुद की सच्ची इबादत करो ताकि तुम्हारी आत्मा/रूह नर्कों/दोजखो में जाने से बच जाए। आज इस बात की आवश्यकता है तुम संतों महात्माओं के पास जाओ, उनसे शिक्षा लो, उनसे प्रेम और ज्ञान को पाकर और शरण में होकर तुम अधर्म नहीं कर सकोगे। महात्मा तुम्हें धर्म के सुखद रास्ते पर चला देंगे।
उन्होंने कहा कलियुग में प्रभु ने जीवों पर अति दया करके संतो को भेजा। उन्होंने जीवों को चेताया और संस्कार डाला तथा नाम योग की साधना में लगाया। सारी आत्माएं देववाणी, आकाशवाणी शब्द पर उतार कर लाई गई और उसी के द्वारा अपने अजर–अमर देश पहुंचेंगे। इस साधना के लिए सबसे पहले आपको मानव धर्म अपनाना पड़ेगा। मानव धर्म क्या है? निःस्वर्थ भाव से एक दूसरे की सेवा करें। अपने अंदर दया ,करुणा, अहिंसा आदि अच्छे गुणों को उतार कर उसका पालन करें। समाज में व्याप्त हिंसा, अपराध, अनैतिक कार्यों के कारण आगे भारी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा। उससे बचने का एकमात्र रास्ता भगवान का भजन ही है।
इस अवसर पर संगत बलरामपुर के अध्यक्ष शेषराम यादव, बृजलाल, बृजेश कुमार प्रधान बसावन बनकट, बब्लू वर्मा प्रधान किशनपुर, डॉ. रंग सिंह, आशा सिंह तथा सहयोगी संगत रायबरेली के सतीश सिंह, फूलचंद यादव, अशोक निर्मल, बलराम यादव, उन्नाव के डॉक्टर सहदेव आदि सहित संस्था के कई पदाधिकारी एवं प्रबंध समिति के सदस्य मौजूद रहे। व्यवस्था में पुलिस प्रशासन का सहयोग रहा। कार्यक्रम के बाद जन जागरण यात्रा अपने अगले पड़ाव सहजौरा विकासखंड रेहरा के लिए प्रस्थान कर गई यहां कल प्रातः 11:30 बजे से सत्संग समारोह आयोजित है।
(शेषराम यादव)
अध्यक्ष
जयगुरूदेव संगत बलरामपुर