लाभार्थियों को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से लाभान्वित कराने में जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर : सीएमओ
पहली बार माँ बनने वाली महिलाओं के लिए योजना बनी वरदान, 62.68 हजार लाभार्थियों को किया गया 26.53 करोड़ रुपये का भुगतान
सीएमओ कार्यालय के सभागार में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना पर दो दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ आयोजन
बलरामपुर, 12 अप्रैल -2022
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना जनपद की गर्भवती महिलाओं के लिए बरदान सिद्ध हो रही है। कामकाजी महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उचित आराम करने और पोषण युक्त आहार लेने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत तीन किस्तों में पांच हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि लाभार्थियों के बैंक खाते में दी जा रही है। जिले में योजना की शुरुआत से अब तक 62.68 महिलाओं को 26.53 करोड़ रुपये का भुगतान उनके बैंक खाते में किया जा चुका है।
उक्त बातें मंगलवार को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के सभागार में प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना पर आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए सीएमओ डॉ0 सुशील कुमार ने कही। उन्होंने बताया कि मातृ वंदना योजना से लाभार्थियों को लाभान्वित करने में बलरामपुर जनपद को सूबे में दूसरा स्थान मिला है। इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा जिला स्वास्थ्य स्वास्थ्य समिति की बैठक में सभी स्वास्थ्य अधिकारियों एवं कार्मचारियों के लगन और मेहनत की प्रशंसा भी की गई।
सीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना का मुख्य उद्देश्य कामकाजी महिलाओं की मजदूरी के नुकसान की भरपाई करने के लिए मुआवजा देना और उनके उचित आराम और पोषण को सुनिश्चित करना है, ताकि गर्भवती महिला एवं होने वाला शिशु स्वस्थ और सुरक्षित रहे। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को पहले जीवित बच्चे के जन्म के दौरान इस योजना से फायदा होगा।योजना की राशि डीबीटी के माध्यम से लाभार्थी के बैंक खाते में सीधे भेजी जाती है।इसकी पहली किस्त एक हजार रुपये गर्भावस्था के पंजीकरण के समय, दूसरी किस्त दो हजार रुपये कम से कम एक प्रसवपूर्व जांच होने के बाद और तीसरी किस्त दो हजार रुपये बच्चे का जन्म पंजीकृत होने और बच्चे को बीसीजी, ओपीवी, डीपीटी और हेपेटाइटिस-B सहित सम्पूर्ण टीकाकरण के पाहले चक्र के पूरा होने पर दी जाती है |
सिफ्सा लखनऊ से आए कार्यक्रम अधिकारी यूसी पंत ने बताया कि मातृ वंदना योजना के लाभार्थी को अपना केवाईसी कराना जरूरी है | लाभार्थियों को किसी को ओटीपी नहीं बताना है। स्टेट टीम के कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार द्वारा लाभार्थियों के करेक्शन क्यू की कमी दूर करने के बारे में विस्तारपूर्वक बताया गया।लखनऊ साझी दुनिया संस्थान के शावेज़ वारिस और तसनीम फातिमा द्वारा योजना पर विस्तृत प्रकाश डाला गया।जिला कार्यक्रम सहायक पुनीत मणि त्रिपाठी द्वारा जिले में योजना की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की गयी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी ब्लॉक के मेडिकल ऑफिसर, बीसीपीएम, एमसीटीएस ऑपरेटर एवं आशा संगिनी ने प्रतिभाग किया।