*मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में किया गया फोर्टीफाइड चावल जागरूकता पर पब्लिक व्याख्यान का आयोजन*
खाद्य एवं रसद विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा वर्ड फूड प्रोग्राम तथा न्यू कांसेप्ट इंफार्मेशन सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से जनपद बलरामपुर के कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्य विकास अधिकारी रिया केजरीवाल की अध्यक्षता में फोर्टीफाइड चावल जागरूकता पर एक पब्लिक व्याख्यान का आयोजन किया गया।
वर्ल्ड फूड प्रोग्राम संस्था द्वारा समुदाय, फ्रंट लाइन कार्यकर्ताओ, रसोइयों, अभिभावकों एवं सार्वजानिक प्रभावकों के लिए फोर्टीफाइड चावल जागरूकता सम्बंधित तीन माही योजना विकसित की गयी हैं, प्रदेश के 13 जनपदों (चंदौली, प्रयागराज, अलीगढ़, गोरखपुर, बलरामपुर, वाराणसी, लखीमपुर, श्रावस्ती, मिर्जापुर, गौतमबुद्धनगर, फतेहपुर, सिद्धार्थनगर, सोनभद्र) को चयनित किया गया हैं, जिससें पब्लिक व्याख्यान, आई०सी०वैन तथा कुकिंग प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा।
फोर्टीफाइड चावल जागरूकता पब्लिक व्याख्यान में स्वास्थ्य, शिक्षा, खाद एवं रसद, पंचायतीराज, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार (आईसीडीएस) विभाग के जिला एवं ब्लाक स्तर के अधिकारियों, एमएलकेपीजी कॉलेज के वरिष्ठ प्रवक्ता, सामुदायिक प्रभावक तथा जनपद के लगभग 20 उचित दर विक्रेताओं ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
सभागार में उपस्थित सभी प्रतिभागियों का स्वागत न्यू कांसेप्ट इंफार्मेशन सिस्टम संस्था के संजय शर्मा एवं आदिलखान द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में फोर्टीफाइड चावल के बारे में बात करते हुए वर्ल्डफूड प्रोग्राम संस्था के निरंजन बरियार ने फोर्टीफाइड चावल के प्रचार-प्रसार हेतु उत्तर प्रदेश में अब तक हुए प्रयासों का सिलसिलेवार विवरण प्रस्तुत किया। उनके द्वारा फोर्टीफाइड चावल से सम्बन्धित दिशा-निर्देश एवं राष्ट्रीय नीति को भी विस्तारित करके बताया गया। उनके द्वारा बताया गया कि फोर्टीफाइड चावल में आयरन, फोलिक एसिड, तथा विटामिन बी-12 होता है जो हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी दूर करके हमारी माताआंे और बच्चांे को कुपोषण से बचाता है फोर्टीफाइड चावल स्पेशल राइसमिल में तैयार किया जाता है और उसे साधारण चावल में 1ः100 अनुपात में मिलाया जाता हैं, फोर्टी फाइड चावल का स्वाद तथा बनाने का तरीका भी साधारण चावल की तरह है बस फोर्टीफाइड चावल को अधिक समय तक पानी में भिगोने और धोने से उसके पोष्टिक तत्व पानी में मिल जाते हैं इसलिए उस पानी को भी फोर्टीफाइड चावल पकाते समय प्रयोग कर लेना चाहिए। इसीक्रम में इससे सम्बन्धित भ्रांतियों एवं मिथक के सम्बन्ध एमएलकेपीजी कॉलेज के गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष डा0 शकुंतला सिंह ने विस्तार से चर्चा की। उन्होनें यह भी बताया कि इन मिथक एवं भ्रांतियों से निपटने हेतु समस्त विभागों, डिग्री कॉलेज एवं सामुदायिक प्रभावकों को आगे आना होगा।
कार्यक्रम में उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एवं कार्यक्रम अधिकारी-आईसीडीएस, जिला खाद्य विपड़न अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी आदि ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए अपने विचार रखें तथा जिला खाद्य विपड़न अधिकारी बलरामपुर नरेंद्र तिवारी द्वारा उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले समस्त अधिकारियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया।