संभावित सूखे से निपटने को लेकर जिला प्रशासन एलर्ट, डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक कर तैयारियों की किया समीक्षा
सभी विभाग अपने से सम्बन्धित तैयारियों को समय से करें पूर्ण-डीएम
संभावित सूखे से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिलाधिकारी डॉ0 महेन्द्र कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर सूखे की स्थिति एवं तैयारियों की गहन समीक्षा की।
बैठक में जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित तैयारियों को समय से पूर्ण कर लें ताकि सूखे की स्थिति में प्रभावितों को राहत मुहैया कराई जा सके। बैठक में सबसे पहले राजस्व विभाग द्वारा सूखा प्रबंधन को लेकर की गई तैयारियों के बारे में प्रस्तुतीकरण दिया गया। अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष ने बताया कि आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा विभिन्न विभागों के सहयोग से सूखे की कार्य योजना तैयार कर ली गई है। इसके अलावा बाढ़/सूखा से सम्बंधित जिला स्तरीय कंट्रोल रूम कलेक्ट्रेट में संचालित है, कन्ट्रोल रूम में तीन शिफ्टों में कर्मचारियों की ड्यूटी लगी हुई है। शासन के निर्देशानुसार फसल आच्छादन एवं फसलों के स्वास्थ्य की स्थिति का सर्वे टीम गठित करके राजस्व व कृषि विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कराया गया है। इसके अलावा जनपद की तहसील उतरौला तथा तुलसीपुर तहसील परिसर में रेनगेज स्थापित कराने की कार्यवाही चल रही है।
कृषि विभाग की समीक्षा में जिला कृषि अधिकारी आर0पी0 राणा द्वारा बताया गया कि जनपद का भौगोलिक क्षेत्रफल-3349 वर्ग कि0मी0 जिसका कुल प्रतिवेदित क्षेत्रफल-324697 हेक्टेयर है, जिसमें कृषि योग्य भूमि-223138 हे0 है। विगत वर्ष 2021-22 में कुल बोया गया क्षेत्रफल-212646 हे0 था। खरीफ वर्ष 2022-23 में खाद्यान्न, दलहनी एवं तिलहनी फसलों के अन्तर्गत-137359 हे0 क्षेत्रफल फसल उत्पादन हेतु प्रस्तावित है। जनपद बलरामपुर में कुल सिंचित क्षेत्रफल 99010 हे0 एवं असिंचित क्षेत्रफल 113652 हे0 है। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि राप्ती नहर के संचालन से कितनी सिंचन क्षमता की वृद्धि हुई है, इसका ब्यौरा सिंचाई विभाग से प्राप्त विवरण के साथ प्रस्तुत करें। वहीं सिंचाई विभाग बैठक में उपस्थित अधिशाषी अभियंता, सरयू नहर खण्ड-3(नोडल अधिकारी) को जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि जनपद में नहरों द्वारा होने वाले सिंचाई क्षेत्र का क्षेत्रवार नक्शा विवरण के साथ प्रस्तुत करें। इसके साथ ही नहर खण्डों का विवरण उसके सिंचन क्षेत्र के नक्शे के साथ उपलब्ध कराएं। यह भी निर्देशित किया गया कि अधिशाषी अभियंता सिंचाई का रोस्टर जारी करें तथा नहरों के सभी 109 टेलों तक पानी पहुंचने की सूचना का सत्यापन टीम गठित कराकर करा लें और उसकी सत्यापन रिपोर्ट उन्हें उपलब्ध कराएं। नलकूप खण्ड द्वारा किए जा रहे सिंचाई कार्यों आदि का सम्पूर्ण विवरण भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी द्वारा यह भी निर्देश दिए गए कि सिंचाई विभाग तथा नलकूप खण्ड द्वारा उनके विभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों/तैयारियों व अन्य सम्बन्धित समस्त सूचनाओं की अलग से समीक्षा उनके द्वारा की जाएगी। इसके लिए सिंचाई विभाग के सभी खण्डों के अधिकारी तथा नलकूप खण्ड के अधिकारी अपने विभाग का विस्तृत पीपीटी प्रजेन्टेशन तैयार कराकर अगले हफ्ते पुनः समीक्षा कराएं।
बैठक में इसके अलावा खाद्य एवं रसद विभाग, पशुपलान विभाग, प्ंाचायतीराज विभाग, जल निगम, नगर निकाय सहित अन्य विभागों द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा की तथा विभागीय अधिकारियों को तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने नगर क्षेेत्र व ग्रामीण अंचल में शुद्ध पेयजल मुहैया कराने, साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्ध्धता सुनिश्चित कराने, ओवर हेड टैंकों एव वाटर टैंकरों के के माध्यम से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराने, पशुओ का टीकाकरण कराने, भूसे आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कराने, खराब व बंद पड़े नलों को रिबोर कराने
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संजीव मौर्य, अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष, सभी एसडीएम, पुलिस क्षेत्राधिकारी, कृषि, स्वास्थ्य, पंचायतीराज, खाद्य एवं रसद, सिंचाई विभाग, विद्युत, अग्निशमन, नगर निकाय से सम्बन्धित अधिकारीगण, जिला आपदा सलाहकार, जिला आपदा विशेषज्ञ व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।