जनपद बलरामपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में ड़ायल 112 की सुविधा के प्रति चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान

रात में अक़ेली महिलाओं के लिए नाइट एस्कोर्ट सुविधा

यूपी-112 की लखनऊ से आयीं टीम ने नागरिकों को बतायीं 112 की सेवाएँ

जनपद बलरामपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में ड़ायल 112 की सुविधा के प्रति चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान

सड़क सुरक्षा के प्रति किया गया जागरूक

पुलिस अधीक्षक जनपद बलरामपुर राजेश कुमार सक्सेना व अपर पुलिस अधीक्षक नम्रिता श्रीवास्तव, क्षेत्राधिकारी सदर/पर्यवेक्षण अधिकारी यूपी-112 के सहयोग से यूपी-112 की टीम द्वारा जनपद बलरामपुर विभिन्न स्थानों पर जागरूकता अभियान चलाकर नागरिकों को पुलिस विभाग की विभिन्न सेवाओं से अवगत कराया जा रहा है।

लखनऊ से आयीं टीम ने एलईडी वैन पर 112 के सेवाओं की लघु फ़िल्मों के माध्यम से बताया कि सेवाओं का लाभ कैसे लिया जा सकता है।

*बुजुर्गों व महिलाओं की सामाजिक सुरक्षा प्राथमिकता*

बुजुर्गों और महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए यूपी-112 द्वारा विशेष योजनाएँ चलायी जा रही हैं। अपर पुलिस अधीक्षक यूपी-112, श्रीमती मोहिनी पाठक ने बताया कि घरेलू हिंसा व मारपीट के अलावा किसी भी आपात स्थिति जैसे आग लगने, प्राकृतिक आपदा, मेडिकल इमरजेंसी में भी 112 नंबर डायल किया जा सकता है। अभियान के दौरान लोक-गीतों के माध्यम से कलाकार बुजुर्गों के लिए सवेरा योजना, महिलाओं के लिए प्रबल प्रतिक्रिया और अकेली घर आने-जाने वाली महिलाओं को रात्रि में पीआरवी की मदद के संबंध में जानकारी दी गयी।

*सड़क सुरक्षा के प्रति किया गया जागरूक*

जागरूकता अभियान के दौरान अपर पुलिस अधीक्षक यूपी-112, श्रीमती मोहिनी पाठक ने बताया कि आज के समय मे सड़क दुर्घटनाओं की संख्या काफी बढ़ गयी है और इस समस्या का कोई एक कारण नही है वास्तव में ऐसे कई सारे कारण है। जो सड़क दुर्घटनाओं को बढ़ावा देने का कार्य करते हैं जैसे – यातायात नियमों की जानकारी न होना, वाहन चलाते समय सुरक्षा व सावधानियां न बरतना आदि। उन्होंने बताया कि दिन-प्रतिदिन बढ़ती वाहनों की संख्या को देखते हुए। अब यह आवश्यक हो चुका है कि हम सड़क सुरक्षा से जुड़े मानकों को अनिवार्य रुप से अपनायें क्योंकि मात्र इसी के द्वारा ही सड़क दुर्घटनाओं में कमी लायी जा सकती है।
अपर पुलिस अधीक्षक श्रीमती मोहिनी पाठक ने सड़क सुरक्षा के उपाय भी बताए…

1- सड़क पर चलने वाले सभी को अपने बाँये तरफ होके चलना चाहिये खासतौर से चालक को और दूसरी तरफ से आ रहे वाहन को जाने देना चाहिये।
2- चालक को सड़क पर गाड़ी घुमाते समय गति धीमी रखनी चाहिये।
3- अधिक व्यस्त सड़कों और रोड जंक्शन पर चलते समय ज्यादा सावधानी बरतें।
4- दोपहिया वाहन चालकों को अच्छी गुणवत्ता वाले हेलमेट पहनने चाहिये नहीं तो उन्हें बिना हेलमेट के रोड पर नहीं आना चाहिये।
5- गाड़ी की गति निर्धारित सीमा तक ही रखें खासतौर से स्कूल, हॉस्पिटल, कॉलोनी आदि क्षेत्रों में।
6- सभी वाहनों को दूसरे वाहनों से निश्चित दूरी बनाकर रखनी चाहिये।
7- सड़कों पर चलने वाले सभी लोगों को रोड पर बने निशान और नियमों की अच्छे से जानकारी हो।
8- यात्रा के दौरान सड़क सुरक्षा के नियम-कानूनों को दिमाग में रखे|
9- माल ढुलाई में प्रयोग होने वाले वाहनों से कभी यात्रा न करें।

*क्षेत्रीय भाषाओं में भी होता है संवाद*

नागरिकों ख़ास कर ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों को 112 की सेवा लेने में किसी तरह संवाद सम्बन्धी समस्या न आए इस बात को ध्यान में रखते हुए मुख्यालय में बैठने वाली संवाद अधिकारी क्षेत्रीय भाषा में भी संवाद करने में पारंगत हैं। मुख्यालय में बैठने वाली संवाद अधिकारी खाड़ी बोली के अलावा ब्रज, भोजपुरी, बुंदेली आदि भाषाओं में नागरिकों से संवाद करने में सक्षम है। ताकि नागरिक अपनी समस्या बताने में सहज महसूस कर सकें।

जागरूकता अभियान देवीपाटन मंदिर प्रांगण से प्रारम्भ हुआ इसके बाद कोतवाली ज़रवाँ में जनकपुरी मंदिर, गैसड़ी क़स्बा, क़स्बा पचपेड़वा में जागरूकता अभियान चलाया गया।

इस मौके पर यूपी- 112 मुख्यालय से अपर पुलिस अधीक्षक श्रीमती मोहिनी पाठक, यूपी-112 मीडिया सेल प्रभारी श्री करुणा शंकर सिंह, आरक्षी महेंद्र यादव तथा राजमणि शुक्ल,प्रभारी निरीक्षक, यूपी-112 बलरामपुर व आरक्षी प्रमोद कुमार यादव मौजूद रहे।

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