जानें अब कहां और किस हाल में है नोटबंदी की लाइन में पैदा हुआ ‘खजांची
नई दिल्ली-सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के 2016 में लिए गए नोटबंदी के फैसले को सही ठहराया है। पांच जजों की बेंच ने सोमवार को अपने फैसले में कहा कि 500 और 1000 के नोट बंद करने के फैसले में कुछ भी गलत नहीं था।बता दें कि बेंच ने यह फैसला 4 : 1 के बहुमत से सुनाया। इसके साथ ही बेंच ने नोटबंदी को चुनौती देने वाली 58 याचिकाओं को खारिज कर दिया है। बता दें कि मोदी सरकार ने 8 नवंबर, 2016 की रात को अचानक नोट बंद करने का फैसला किया था। सरकार के इस फैसले के बाद लोगों में अफरातफरी मच गई थी। इसी दौरान नोट बदलने के लिए लाइन में लगी सर्वेशा देवी ने एक बच्चे को जन्म दिया था, जो अब 6 साल का हो गया है।
6 साल का हुआ नोटबंदी की लाइन में पैदा हुआ खजांची
बता दें कि ब्लैक मनी पर रोक लगाने के लिए केंद्र सरकार ने नवंबर, 2016 में नोटबंदी का ऐलान किया था। इसके बाद बैंकों के बाहर नोट बदलने को लेकर बड़ी-बड़ी लाइनें लग गई थीं। इसी दौरान, कानपुर देहात में झींझक स्थित PNB ब्रांच में नोट बदलने के लिए लाइन में लगी गर्भवती सर्वेशा देवी ने जिस बच्चे को जन्म दिया था, वो अब 6 साल का हो गया है।
2 दिसंबर को हुआ था जन्म :
दरअसल, 2 दिसंबर, 2016 को सरदारपुरवा जोगीडेरा की रहने वाली सर्वेशा देवी को लाइन में लगे हुए ही अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। जब तक उन्हें लोग अस्पताल ले जाते, उसके पहले ही लाइन में ही उन्होंने एक बेटे को जन्म दिया। बाद में सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए सर्वेशा देवी और उनके बच्चे से मुलाकात की थी।
*अखिलेश यादव ने किया बच्चे का नामकरण*
इसके बाद नोटबंदी की लाइन में पैदा हुए उस बच्चे का नाम अखिलेश यादव ने खजांचीनाथ रख दिया। इतना ही नहीं, अखिलेश यादव ने खजांची की पढ़ाई और पालन-पोषण की जिम्मेदारी भी उठाई। अखिलेश यादव ने कहा था- नोटबंदी की लाइन में पैदा हुआ खजांची अब बड़ा हो गया है। गरीबी उसके विकास में आड़े न आए, इसलिए हमने उसकी पढ़ाई का जिम्मा उठाया है।
*कानपुर के स्कूल में हुआ खजांची का एडमिशन*
बता दें कि अखिलेश यादव हर साल 2 दिसंबर को खजांचीनाथ का जन्मदिन धूमधाम के साथ मनाते हैं। उन्होंने खजांची का एडमिशन कानपुर स्थित झींझक के रामा इंटरनेशनल स्कूल में कराया है। खजांची की मां सर्वेशा देवी के मुताबिक, अखिलेश यादव ने हमसे जो भी वादा किया था, उसे पूरा किया है। वो मेरे बेटे का बहुत ध्यान रखते हैं।
*बच्चों के साथ घुल-मिलकर रहता है खजांची*
रामा इंटरनेशनल स्कूल के डायरेक्टर आकाश गुप्ता के मुताबिक, खजांचीनाथ के प्लेग्रुप में दाखिले की प्रॉसेस कम्प्लीट हो चुकी है। वो अब स्कूल भी आने लगा है। स्कूल में खजांची सभी बच्चों के साथ घुल-मिलकर रहता है। बता दें कि खजांची के गांव वाले चाहते हैं कि वो पढ़-लिखकर बैंक का बड़ा अफसर बने।
*अखिलेश यादव ने की खजांची के परिवार की मदद*
नोटबंदी के दौरान पैदा हुए खजांची नाथ को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दो मकान भी दिए हैं। इनमें से एक मकान खजांचीनाथ के पैतृक गांव सरदारपुरवा जोगीडेरा में है, जबकि दूसरा उसके ननिहाल अनंतपुर जोगीडेरा में है। फिलहाल खजांची अपने ननिहाल अनंतपुर जोगीडेरा में रहता है।
भाई-बहनों के साथ ननिहाल में रहता है खजांची :
बता दें कि खजांची की मां सर्वेशा देवी दिव्यांग हैं। वहीं उनके पति का निधन खजांचीनाथ के जन्म के 5 महीने पहले ही हो गया था। खजांची के जन्म के वक्त भी अखिलेश यादव ने सर्वेशा को 2 लाख रुपए की मदद की थी। सर्वेशा अब अपने 5 बच्चों के साथ मायके में रहती हैं।