बालाजी के दर्शन करने आ रहे 5 दोस्तों की कार में ही बन गई कब्र, कटर से काटकर निकाली लाशें

बालाजी के दर्शन करने आ रहे 5 दोस्तों की कार में ही बन गई कब्र, कटर से काटकर निकाली लाशें

राजस्थान के फतेहपुर इलाके में रविवार देर रात बचपन के पांच दोस्तों की दर्दनाक मौत हो गई। पांचों मन्नत पूरी होने पर सालासर दर्शन जा रहे थे। लेकिन उससे पहले ही यह एक्सीडेंट हो गया।टक्कर इतनी भयानक था कि किसी की खोपड़ी फट गई तो किसी की गर्दन अलग हो गई।
सीकर. राजस्थान में देर रात दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ है। हादसे में पांच दोस्तों की मौके पर ही मौत हो गई। उनकी लाशें उनकी कार में ही फंसी रह गई। कार खिलौना गाड़ी की तरह पिचक गई। बाद में कार के कई हिस्सों को काटकर उसमें से दोस्तों की लाशें बाहर निकाली जा सकी।

यह एक्सीडेंट इतना भयानक था कि पांचों दोस्तों में से किसी का हाथ कट चुका था तो किसी की गर्दन ही अलग हो चुकी थी। लाशों की हालात देखकर पुलिस वालों के भी भरी सर्दी में पसीने छूट गए। आलम यह हुआ कि लाशों को चादर में भरकर पुलिस ने मुर्दाघर में रखवाया है।

दरअसल, यह दर्दनाक सड़क हादसा रविवार देर रात सीकर जिले के फतेहपुर क्षेत्र में हुआ है। एक्सीडेंट की खबर लगते ही मौके पर पहुंची फतेहपुर पुलिस ने बताया कि हरियाणा स्टेट के फतेहाबाद निवासी पांच दोस्त अजय, अमित, संदीप , मोहनलाल और एक अन्य संदीप की मौत हो गई। सभी लोग हरियाणा के फतेहाबाद इलाके के रहने वाले थे।

पुलिस ने बताया कि हाइवे पर डिवाईडर नहीं था। वाहन अपनी लेन में चल रहे थे। देर रात सूचना मिली कि एक कार को ट्रक ने टक्कर मार दी। मौके पर पहुंचे तो पता चला कि कार चालक ने अपने आगे चल रहे वाहन को ओवरटेक करने की कोशिश की और इस दौरान सामने से आर रहे ट्रक से कार की टक्कर हो गई।

कार की रफ्तार इतनी तेज थी कि कार का इंजन ही उखड़ गया और कार में बैठी सवारियों में जा फंसा। कार की हालत देखकर लगा रहा था कि किसी ने कार को भारी वस्तु से पिचका दिया। कार और ट्रक को करीब डेढ़ घंटे में हटाया जा सका, इस दौरान हाइवे पर वाहनों की लंबी लाइनें लग गई।

पुलिस ने शव बरामद करने के बाद पांचों के परिवार को इसकी सूचना दे दी गई है। खबर मिलते ही परजिन हरियाणा से राजस्थान के लिए रवाना हो गए हैं। इस तस्वीर को देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि टक्कर कितनी भयंकर थी कि कार का अगला हिस्सा ट्रोले में घुस गया।

हादसे में मारे जाने वाले पांचों दोस्त अजय कुमार, संदीप सिंह, मोहनलाल, अमित सिंह और प्रदीप सिंह बचपन के दोस्त थे। मृतक अजय को काफी समय के बाद करीब 40 दिन पहले लड़का हुआ था। वह अपने दोस्तों के साथ मन्नत पूरी होने पर सालासर धोक लगाने के लिए जा रहा था। लेकिन किसे पता था कि बालाजी के दर्शन करने से पहले वह दुनिया को अलविदा कह जाएंगे।

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