आजम को एक और झटका,15 दिन में खाली करना होगा जौहर शोध संस्थान; जानें क्या है वजह।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आज़म खान की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही. एक और तो 40 साल से विधायकी पर राज करने वाले आज़म खान की रामपुर विधाानसभा सीट विधायकी रदद् होने के बाद भाजपा के खाते में चली गई. और दूसरी ओर बेटे अब्दुल्लाह आज़म खान की विधायकी रदद् होकर छिन गई. झटकों पर एक झटका जौहर ट्रस्ट के कब्जे से जौहर शोध संस्थान को 15 दिन के भीतर खाली कराने के लिए अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी की ओर से नोटिस जारी किया गया है.समाजवादी पार्टी की सरकार में तहसील सदर से सटा मौलाना मुहम्मद अली जौहर शोध संस्थान की बिल्डिंग ओर ज़मीन आज़म खान के मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को 100 रुपय के सालाना कराए पर 33 वर्षो के लिए आवंटित किया गया था. यह शर्त भी रखी गई थी कि दो बार 33 33 वर्ष के लिए इसकी अवधि बढ़ाई जा सकती है. तब से ही यह मौलाना मुहम्मद अली जौहर शोध संस्थान की इमारत आज़म खान के मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के पास है. मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट द्वारा इस बिल्डिंग में सीबीएसई बोर्ड का रामपुर पब्लिक स्कूल चालाया जाता है और छात्र छात्राओ को शिक्षा दी जाती है।
15 दिन का नोटिस जारी, संस्थान खाली नहीं हुआ तो होगी कार्रवाई
अपर जिला अधिकारी लालता प्रसाद शाक्या ने बताया कि आज़म खान के मुहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को मौलाना मुहम्मद अली जौहर प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान खाली करने के लिए 15 दिन का नोटिस दिया गया है। अपर जिला अधिकारी ने बताया कि अगर 15 दिन में जौहर शोध संस्थान खाली नहीं किया जाएगा तो आगामी कार्यवाही की जाएगी। नोटिस के अनुसार यदि 15 दिन के भीतर यदि मौलाना मुहम्मद अली जोहर प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान खाली नही किया जाता है तो अग्रिम कार्यवाही करते हुए प्रशासन मौलाना मुहम्मद अली प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान पर कब्ज़ा लेगा जिसकी ज़िममेंदारी स्वयं उनकी होगी।
नोटिस के बाद आजम खान के कदम पर नजर
रामपुर के डोंगरपुर में तहसील सदर के निकट लगभग तेरह हज़ार वर्ग मीटर की भूमि में 20 करोड़ की लागत से समाजवादी पार्टी की सरकार में मौलाना मोहम्मद अली जौहर प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान बनवाया गया था जिसको सपा सरकार में ही मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को 33 वर्ष के लिए 100 रुपय मासिक शुल्क पर आवंटित कर दिया गया था. जिस पर आजम खान के मोहम्मद अली जौहर द्वारा रामपुर पब्लिक स्कूल चलाया जाता है। अब देखना यह होगा कि नोटिस की अवधि 15 दिन के भीतर मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के अध्यक्ष आजम खान क्या स्टैप लेते हैं।