*निवेशकों द्वारा हस्ताक्षर किए गए एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए जनपद में लगाए जाएंगे नोडल अधिकारी – प्रभारी मंत्री/राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) – नितिन अग्रवाल*
प्रदेश सरकार के प्रयासों से जल्द ही 01 ट्रिलियन डॉलर की इकोनामी बनेगा यूपी-प्रभारी राज्य मंत्री नितिन अग्रवाल
दिनांक – 21 फरवरी 2023
मा० राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आबकारी एवं मद्य निषेध विभाग, उ०प्र० श्री नितिन अग्रवाल जी की अध्यक्षता में यू०पी० इन्वेस्टर्स समिट से सम्बन्धित फिल्म के प्रदर्शन / जिला उद्योग बन्धु की बैठक / प्रेस वार्ता कार्यक्रम में बताया गया कि मा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व तथा माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल निर्देशन में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 में ऐतिहासिक निवेश हुआ है। यह भारत के किसी भी राज्य में आयोजित अब तक के सबसे बड़े निवेशक सम्मेलनों में से एक है। कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए मा0 मंत्री जी द्वारा बताया गया कि 41 देशों के लगभग एक हजार से अधिक प्रतिनिधियो ने लखनऊ में तीन दिवसीय समिट में भाग लिया। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार के लगभग 17 मंत्रियों द्वारा समिट 2023 में भाग लिया गया और केन्द्र-राज्य सहयोग पर अपना विजन साझा किया गया। राज्य सरकार ने 16 देशों के 21 शहरों में अन्तर्राष्ट्रीय निवेशक बैठके आयोजित की गयी। देश के 10 शहरों में रोड शो किया गया । प्रदेश के सभी 75 जनपदों में जिला स्तरीय रोड शो तथा इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने आईटी / आईटीईएस, डेटा सेण्टर, ईएसडीएम,डिफेंस और एयरोस्पेस, इलेक्ट्रिक वाहन, वेयरहाउसिंग एवं लाजिस्टिक्स, पर्यटन, टेक्सटाइल, एमएसएमई सहित कई सेक्टर में निवेश आकर्षित करने के लिए 25 नीतियों को तैयार किया है। इसका उद्देश्य निवेशको के विश्वास को बढ़ाना, साथ ही वैश्विक व्यापारिक एवं निवेशक समुदाय से सम्पर्क एवं संवाद भी करना है।
उन्होंने बताया कि व्यापक निवेश सुविधा फ्रेमवर्क के अन्तर्गत निवेश सारथी तथा निवेशमित्र पोर्टल संचालित किया जा रहा है। निवेश सारथी में निवेशक आनलाइन एमओयू साईनिंग इन्टरफेस, आनलाइन प्रोत्साहन प्रबन्धन प्रणाली संचालित की जाती हैं तथा निवेशमित्र पोर्टल पर स्वीकृतिया अनापत्ति प्रमाण पत्र निर्गत किया जाता है। उन्होने बताया कि कुल 19250 एमओयू में से लगभग 170 एमओयू विदेशी कम्पनियों द्वारा किए गये है, जो रूपये 6,85,001 करोड़ के है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 19250 एमओयू में से 4804 एमओयू पूर्वांचल के है, जो कुल निवेश का 20.49 प्रतिशत है। कुल 8 आकांक्षात्मक जनपदों, जिन्हें विकास की दृष्टिकोण से पिछड़े जनपदों में माना जाता है में भी काफी निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए है। जनपद बलरामपुर में आज तक कुल 172 निवेश प्रस्ताव रू० 1238.10 करोड के प्राप्त हुये है, जिसके सापेक्ष 152 एमओ0यू0 रू0 1085. 35 करोड़ के हस्ताक्षरित हुये है ।
उन्होंने कहा की जनपद स्तर पर निवेशकों द्वारा हस्ताक्षर किए गए एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए नोडल अधिकारी बनाया जाएंगे।
माननीय मंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में निवेशकों के लिए निवेश फ्रेंडली माहौल बना है। जिसका सबसे बड़ा कारण लॉ एंड ऑर्डर में सुधार है। उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा कंजूमर एवं लेबर मार्केट है । प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेशक प्रदेश में निवेश करने को इच्छुक है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का विजन जो कि देश को 5 ट्रिलियन डॉलर एवं उत्तर प्रदेश से को एक ट्रिलियन डॉलर इकोनामी बनाने का ही का है, जल्द ही पूरा होगा।
विवेकानन्द जी ने बायोगैस का उत्पादन करने में रू0 100 करोड का निवेश, श्री चन्द्र गुप्त मौर्या जी ने रू0 50 करोड़ के निवेश से ऑटोमेटिक आटा मिल, श्री शंशाक केशरवानी जी ने रू० 31 करोड़ का निवेश राइस मिल में श्री मंजूर अहमद जी ने रू0 7 करोड़ के निवेश साथ डिटर्जेंट पाउडर व सोप, श्री शरद प्रताप सिंह जी ने नर्सिंग कॉलेज हेतु रू 10 करोड़ तथा श्री ऋषि देव आर्या ने रिसॉट हेतु रू0 500 करोड़ के निवेश प्रस्ताव दाखिल किये है।
उन्होंने बताया कि आगामी 6 माह तथा उसके उपरान्त 6 माह हेतु निवेश परियोजनाओं के कार्यान्वयन की रणनीति तैयार कर ली गयी है । मा० मुख्यमंत्री कार्यालय के स्तर पर त्रैमासिक समीक्षा की जायेंगी। निवेश सारथी पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों की अपर मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव तथा मण्डलों में मण्डलायुक्त नियमित अनुश्रवण करेंगे। नीतिगत बिन्दुओं का समाधान मुख्य सचिव के निर्देशन में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त करेंगे निवेशकों की समस्याओं का निवारण जिलाधिकारी के नेतृत्व में उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र द्वारा किया जायेंगा। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री आरती तिवारी, जिलाधिकारी डॉ महेन्द्र कुमार, पुलिस अधीक्षक केशव कुमार, सीडीओ संजीव कुमार मौर्य, उपायुक्त उद्योग राजेश कुमार पाण्डेय, जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह,डीपी सिंह, सहायक प्रबंधक उद्योग अखिलेश सिंह,उद्यमी एवं निवेशक उपस्थित रहे।