उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा रिबोर घोटाला- बिना रिबोर कराए निकाले 2800000 रुपए मामले से उच्च अधिकारी बेखबर

उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा रिबोर घोटाला-

बिना रिबोर कराए निकाले 2800000 रुपए मामले से उच्च अधिकारी बेखबर

भ्रष्टाचार में शामिल पंचायत सचिव समेत ग्राम प्रधान पर गिर सकती है गाज

सुल्तानपुर जिले के विकासखंड प्रतापपुर कामैचा के प्रतापपुर कामैचा गांव का है पूरा मामला

सुल्तानपुर-भले ही उत्तर प्रदेश में योगी जी की सरकार हो और भ्रष्टाचार पर लगातार नकेल कसी जा रही हो । सरकार और प्रशासनिक अमले में बैठे लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं । ताजा मामला सांसद मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर के प्रतापपुर कामैचा गांव का है जहां ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव द्वारा रिबोर घोटाला कर लिया गया ।सूत्रों की माने तो बिना रिबोर कराएं 2800000 रुपए निकाल लिए गए ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि योगी सरकार में इतने बड़े भ्रष्टाचार को कौन बढ़ावा दे रहा है और अब तक न तो प्रधान पर और ना ही पंचायत सचिव पर कोई कार्रवाई हुई है। स्थानीय सूत्रों की माने तो मामले में जांच भी हुई थी जांच में जिले के एक उच्च अधिकारी ने ले देकर मामले को रफा-दफा कर दिया। लेकिन कहा गया है ना कि कागज को कोई नहीं खा सकता । हमसे बात करते हुए स्थानीय सूत्र ने अपने नाम को गोपनीय रखने की बात कही और कहा कि लगभग 2800000 रुपए का बिना रिबोर कराए घोटाला हुआ है और ऐसे में तो ग्राम पंचायत के हर घर में एक नल लग सकता था। जितना रिबोर के नाम पर निकाल लिया गया है ।अब ऐसे में इस मामले में जिले के उच्च अधिकारी क्या करते हैं यह देखने वाली बात होगी। ग्राम प्रधान किरण दुबे पत्नी संतोष दुबे एवं पंचायत सचिव नीरज सिंह इस बड़े घोटाले को अंजाम दिया है हालांकि सूत्रों की माने तो नीरज सिंह का तबादला जयसिंहपुर विकासखंड कर दिया गया लेकिन तबादले से कार्रवाई नहीं होती इतने बड़े घोटाले पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए जिससे पंचायत सचिवों एवं प्रधान के ऊपर एवं प्रधान । हालांकि विभागीय सांठगांठ के चलते पंचायत सचिव नीरज सिंह का फिर तबादला प्रतापपुर कामैचा विकासखंड में कर दिया गया है इससे जिला के उच्च अधिकारी बेखबर है।

क्या कहना है पूरे मामले में डीपीआरओ अभिषेक शुक्ला का डीपीआरओ अभिषेक शुक्ला का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है और जांच कर कर दोषी प्रधान और सचिव पर कठोर कार्रवाई की जाएगी

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