पांच वर्ष में चार गुना बढ़ाएंगे प्रदेश की अर्थव्यवस्था ,स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बोले योगी आदित्यनाथ
लखनऊ,
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानभवन के समक्ष ध्वजारोहण के बाद अपने संबोधन में कहा कि आगामी पांच वर्षों में हम प्रदेश की अर्थव्यवस्था को चार गुना बढ़ाने का काम करेंगे।आज यूपी किसी पहचान का मोहताज नहीं है। भारत की आत्मा यूपी में बसती है। हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भारत को दुनिया की महाशक्ति बनाने के प्रयासों में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने पंच प्राण की शपथ भी दिलाई।
योगी ने कहा कि आज यूपी दुनिया भर के देशों के लिए निवेश का नया गंतव्य बन चुका है। कानून-व्यवस्था और सुरक्षा का बेहतर वातावरण है। हमारे पुलिस के वीरों ने इसके लिए बलिदान दिया, लेकिन कानून से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी। पहले यूपी के विकास की कोई सोच नहीं थी। हमने इस धारणा को बदला। दुनिया के कई देश आज भी कोरोना संकट से जूझ रहे हैं, जबकि हम इसे परास्त कर विकास के पथ की ओर अग्रसर हैं। यूपी ने अलग-अलग क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के ताकतवर देश जी-20 में शामिल हैं, जिसकी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई में 11 समिट यूपी में हुई। बीते नौ वर्षों में यूपी ने विकास की जो यात्रा तय की है, वह हर भारतवासी के लिए प्रेरणा है। वैश्विक निवेश सम्मेलन से एक करोड़ नौजवानों को रोजगार मिलने जा रहा है। निष्पक्ष तरीके से भर्तियां हो रही है। यूपी आज इंफ्रास्ट्रक्चर स्टेट बन चुका है। पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हो रही है। हम भारत सरकार के साथ नदियों के चैनलाइजेशन पर काम कर रहे हैं। किसानों की समृद्धि और खुशहाली के लिए नलकूपों को मुफ्त बिजली देने जा रहे है। उन्होंने कहा। कि नई शिक्षा नीति से भारत फिर दुनिया का एजूकेशनल हब बनेगा।
पांच पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा पदक
इस अवसर पर योगी ने पांच पुलिसकर्मियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पदक देने की घोषणा की। इनमें मथुरा के एसएसपी शैलेश पांडेय, एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह, अभिसूचना मुख्यालय के निरीक्षक विशाल सांगरी, एसटीएफ के मुख्य आरक्षी मनोज कुमार और नोएडा कमिश्नरेट के आरक्षी शैलेश कुंतल शामिल हैं।
योजनाओं से सुधार रहे जीवन
योगी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की तमाम योजनाओं से आमजन, किसान, बेटियों, महिलाओं के जीवन को सुधारा जा रहा है। हम स्कूली बच्चों को हर सुविधा मुहैया करा रहे हैं। इन सभी को प्रधानमंत्री के ने भारत के संकल्प के साथ जोड़ना हमारा लक्ष्य है। अमृत काल के 75 सप्ताह में अनेकों कार्यक्रम से इसकी शुरुआत हुई है।