आमदे मुस्तफ़ा मरहबा मरहबा की सदाओं से गूंज उठा पूरा इलाक़ा

आमदे मुस्तफ़ा मरहबा मरहबा की सदाओं से गूंज उठा पूरा इलाक़ा

रमेश कुमार शर्मा

सादुल्लानगर- या रसूलुल्लाह की सदाओं से गूंज उठा सादुल्ला नगर इलाक़ा ईद मिलादुन्नबी सल्लल्लाहू अलैहे वसल्लम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ जुमेरात को मनाया गया।इस बार काफ़ी एतिहासिक भीड़ देखने को मिली वही बुजुरगों नवजवानों बच्चों के अंदर काफ़ी जोश नज़र आ रहा था जुलूस में शिरकत करने आये। अक़ीदत मंद मास्टर ग़ुलाम जीलानी बेग हशमती ने संवददाता से वार्ता करते हुए बताया कि हम ने अपनी उम्र में पहेली बार इतनी भीड़आशिकाने रसूल की देखी।
सादुल्लाह नगर गौरा चौकी रोड पर स्थित मरकज़ी इदारा अल जामे अतुल हशमतिया मुशाहिद नगर माहिम से मरकज़ी जुलूस जुमेरत को 1:00 बजे दिन में शहज़ाद-ए-मज़हरे आला हजरत मौलाना मुफ़्ती मोहम्मद मासूम रज़ा खान हशमती मुफ्ती-ए- आज़म पीलीभीत, एवं शहजादऐ मज़हरे आला हजरत मौलाना मुफ्ती मोहम्मद नासिर रज़ा खान हशमती की सरपरस्ती व सदारत शाज़ादये मासूमे मिल्लत क़यादे मिल्लत मौलाना मुफ़्ती मोहम्मद फरजान रज़ा खान हशमती, मुफ्ती मोहम्मद मेहरान रजा खान हशमती,मौलाना मुफ़्ती मोहम्मद फरमान रज़ा खान हशमती की क़यादत में निकाला गया।मरकज़ी जुलूस अपनी परम्परागत राहों से गुजरता रहा जगह-जगह लोगों ने मरकज़ी जुलूस का स्वागत किया। जुलूस गुलजार नगर से होते हुए गूमा फातमा जोत रबीउन नूर ग्राउंड में पहुंचा जहां पर अंजुमन गुलामाने मुस्तफा कमेटी ने मौलाना मुफ्ती मोहम्मद को फूल माला पहना कर जुलूस का स्वागत किया।
जुलूस गुलजार नगर से होते हुए गूमा फातमा जोत रबीउलनूर ग्राउंड में पहुंचा। उसके बाद रबीउल नूर ग्राउंड में आमदे मुस्तफा के ताअलुक़ से अल्लामा अलहाज मुफ्ती मोहम्मद फरजान रजा खान हशमती ने आये हुऐ जन समूह को संबोधित करते हुए कहा कि अल्लाह ने पूरी दुनिया के लिए अपने रसूल को रहमत बनाकर भेजा है जिन्होंने ज़मान ए जाहिलियत में इंसानियत का चराग़ रोशन कर दिया लोगों की हैवानियत भरी जिंदगी को अमली जामा पहना दिया जो लोग राहे हिदायत से दूर थे उनको कानून ए शरीयत का सबक दिया उस पर आज भी इस्लाम को नाज है। उसके बाद सलातो सलाम और दुआ पर प्रोग्राम ख़त्म हुआ रबीउन नूर ग्राउंड से जुलूस के साथ सारी अंजुमने नाराए तकबीर व रिसालत की सदा के सादुल्लाह नगर मेन मार्केट से होते हुए शहीद मिल्लत हज़रत बाबा अब्दुल कुद्दुस रहमतुल्लाह अलैह के मज़ार पर हाजिर हुई और सलामी पेश की वहां से जुलूस निकल कर बाईपास तिराहा बस अड्डे पर पहुंचा जहां पर अंजुमन रजा ऐ हुसैन ऐदहा व् सादुल्लानगर कमेटी के सदस्यों व दारुल उलूम सुबहानिया के सदस्यों ने जुलूस का शानदार इस्तकबाल किया बस अड्डा तिराहे पर अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद मेहरान रजा खान हशमती ने संबोधित करते हुए कहा कि नबी की आमद के बाद तारीकियां छठ गईं और कायनात का गोशा गोशा मुनव्वर हो गया नबी की पैदाईश से पहले दुनिया में इंसान थे लेकिन इंसानियत नाम की कोई चीज़ नहीं थी उन्होंने कहा कि इस्लाम हिंसा से नहीं फैला बल्की इस्लाम नबी ए अकरम के अखलाक से फैला है पैग़ंबरे इस्लाम ने दुनिया को अमन का पैगाम दिया है और गिरते हुए लोगों को जमीन की पस्तियों से उठाकर आसमान की ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया बाईपास तिराहा से निकलने के बाद जुलूस अपनी पूरी शानो शौकत के साथ कुतुबनगर जीलानी नगर होते हुए बाबा इलाही बख्श रहमतुल्लाह अलैह के मज़ार पर पहुंचा जहां पर अंजुमन गुलमाने मुस्तफा नौजवान कमेटी जिगनी की तरफ़ से जुलूस का स्वागत किया गया यहां पर अल्लामा मुफ्ती मनाकिबुल हशमत,खान हाशमती,उमड़ते हुए जनसमूह को संबोधित करते हुऐ कहा की नबी का जन्म दिन हमारे लिऐ सब से बड़ा ख़ुशी का दिन है।उसके बाद सलातो सलाम और अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद नासिर रजा खान हशमती की दुआ पर जुलूस ईदे मिलादुन्नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का समापन हुआ उन्होंने मुल्क में अमन चैन और तरक़्क़ी के लिऐ दुआ की जुलूस की निगरानी कर रहे मरकज़ी जुलूस के मीडिया प्रभारी अलहाज शरफुद्दीन खान हशमती ने प्रसाशन और बाहर से आई हुई अंजुमनों का शुक्रिया अदा किया। और साथ ही रबीउन नूर शरीफ की बधाई दी।

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