बलरामपुर-नया स्वरूप लेगा मां शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर, डीएम की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक संपन्न

बलरामपुर-नया स्वरूप लेगा मां शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर, डीएम की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण बैठक संपन्न

काशी विश्वनाथ एवं विंध्यवासिनी कॉरिडोर के लिए काम कर चुकी आर्किटेक्ट की टीम ने प्रस्तुत किया हाईटेक प्रस्ताव

लेज़र शो और हाईटेक पार्क बनेगा आकर्षण का केंद्र

बनेगी प्रदर्शनी, सभी 51 शक्तिपीठों का होगा समावेश

प्रथम चरण में जनवरी से शुरू हो जायेगा फसाड लाइट्स लगाने का कार्य

शक्तिपीठ मां देवीपाटन धाम को पर्यटन स्थल के रूप विकसित करते हुए बड़ी संख्या में श्रद्धालु को आकर्षित करने की कवायद को आगे बढ़ाते हुए जिलाधिकारी श्री अरविंद सिंह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आर्किटेक्ट टीम एवं विभागीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर विकास की रूपरेखा पर गहन चर्चा की । तीन घंटे चली बैठक में डीएम ने मंदिर को नया स्वरूप देने एवं कॉरिडोर विकसित करने के प्रेजेंटेशन के एक एक बिंदु को गहनता से देखा एवं विभागीय अधिकारियों के साथ चर्चा की।
बैठक में जिलाधिकारी श्री अरविंद सिंह ने कहा कि मंदिर को एकीकृत थीम के साथ डेवलप किया जाए जिससे कि आने वाले श्रद्धालुओं में अच्छा भाव आए।
बैठक में आर्किटेक्ट की टीम द्वारा नागर शैली एवं द्रविड़ शैली का समावेश करते हुए तैयार किए गए प्रेजेंटेशन को दिखाया गया जिसमें जिलाधिकारी ने कहा कि मंदिर के विकास में नागर शैली और द्रविड़ शैली के साथ-साथ नाथ संप्रदाय से जुड़े हुए बिंदुओं को अनिवार्य रूप से समाहित किया जाए।
मंदिर के उच्चीकरण एवं सुंदरीकरण में प्रशासनिक भवन, पार्क, बहुउद्देशीय हाल, लेजर शो, लाइब्रेरी, फव्वारा, शॉपिंग एरिया, पब्लिक प्लाजा, बच्चों के लिए विशेष ध्यान रखते हुए सुविधाओं से युक्त हाईटेक पार्क, श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए भवन, बोटिंग सुविधा, पार्किंग इत्यादि का बेहतरीन प्रबंध रहेगा मंदिर के उच्चीकरण एवं सुंदरीकरण में राजस्थान से पिक सैंड मार्बल का उपयोग किया जाएगा। मंदिर तीन जोन में विभाजित रहेगा जिसमें आवासीय जोन, स्पिरिचुअल जॉन तथा कल्चरल एवं पब्लिक जोन बनेगा। भवन की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए फसाड लाइट्स का प्रयोग किया जाएगा। लेज़र शो के लिए थीम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके साथ ही थीम के साथ लैंडस्केप पर रिसर्च कर कार्यों को कराया जाएगा।
जिलाधिकारी ने बैठक में आर्किटेक्ट की टीम को निर्देश दिए की मंदिर को उच्चीकृत करने में नाथ संप्रदाय से संबंधित सभी बिंदुओं को अच्छे से जान ले और उसको प्रोजेक्ट में शामिल करें। जिलाधिकारी ने बताया कि आगामी जनवरी माह से फसाड लाइट्स लगाने का कार्य शुरू हो जाएगा। इसके अलावा मंदिर में सभी 51 शक्तिपीठों को समाहित करते हुए प्रदर्शनी तैयार की जाएगी। प्रदर्शनी में नाथ संप्रदाय से जुड़ी तमाम जानकारियों का संकलन भी देखने को मिलेगा।
उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मंदिर परिक्षेत्र के आसपास भूमि का सर्वे कर लें कि आसपास सरकारी जमीन कितनी है एवं निजी व्यक्तियों की भूमि कितनी है इसका विवरण एकत्रित कर लें।
बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व प्रदीप कुमार अपर जिलाधिकारी न्यायिक प्रमोद कुमार अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग एवं आरआईडी, आर्किटेक्ट टीम के राहुल एवं पंकज कुमार, सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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