डीआईजी अजय कुमार साहनी एवं एसपी ट्रैफिक के निर्देशन व ट्रैफिक सीओ के नेतृत्व में नगर में चला बड़ा चैकिंग अभियान, टीआई ने अभियान चलाकर रचा इतिहास…*
थार कार चला रहे थे स्कूली बच्चें, 5000 का चालान कर थार कार को किया सीज…*
थार कार सहित 109 वाहनों के काटे गये चालान, नाबालिग स्कूली बच्चें चला रहे थे सभी वाहन, 3 लाख से ज्यादा का लगाया जुर्माना…*
*सावधान: अभिभावकों की घोर लापरवाही आयी सामने, नाबालिग़ स्कूली बच्चों को थमा दिये बड़े वाहन, हो सकती है कार्यवाई..*
*#जारी है बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़, स्कूलों में नहीं हो रहा नियमों का पालन, खुली पोल…*
*#सहारनपुर:-* डीआईजी अजय कुमार साहनी एवं एसपी ट्रैफिक सिद्धार्थ वर्मा ने नाबालिग स्कूली छात्र-छात्राओं के द्वारा वाहन संचालन पर रोक लगाने के लिये ट्रैफिक पुलिस को निर्देशित किया था जिसके बाद मंगलवार की सुबह सीओ ट्रैफिक अभितेष सिंह के नेतृत्व में यातायात प्रभारी अमित तोमर ने ट्रैफिक पुलिस टीम के साथ कुछ ही घण्टों में सख़्ती के साथ विशेष अभियान चलाकर एक थार कार सहित 109 वाहनों के चालान काट दिए, अभियान चलाकर उन्होंने कुछ ही देर में इतिहास रच दिया, अभियान में सबसे बड़ी बात यह रही कि थार कार सहित कुछ बच्चें अन्य चार पहिया वाहन को चला रहे थे, इस घोर लापरवाही पर यातायात प्रभारी ने थार कार का 5000 व अन्य सभी चार पहिया वाहनों का चालान कर वाहन को सीज़ कर दिया है, अभिभावकों की लापरवाही तो देखिये सभी वाहनों को स्कूली बच्चें चला रहे थे जिसमे बड़ी बड़ी कारे भी शामिल है, यातायात प्रभारी ने 109 वाहनों पर 3 लाख 29 हजार का जुर्माना लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार डीआईजी अजय कुमार साहनी के मार्गदर्शन में यातायात पुलिस ने मंगलवार को एक विशेष अभियान चलाया, इस अभियान के तहत नाबालिग स्कूली बच्चो द्वारा वाहन चलाने वाले, पुलिस के निशाने पर रहे, अभियान में नाबालिगों के अभिभावकों को भी चेताया गया, जबकि यातायात प्रभारी अमित तोमर द्वारा ट्रैफिक नियमों की पालन न करने वाले वाहन चालकों पर रोजाना कार्रवाई की जा रही है, लेकिन नाबालिग स्कूली बच्चों द्वारा वाहन चलाने पर इससे दुर्घटना का खतरा ज्यादा रहता है, जबकि मोके पर सीओ ट्रैफिक अभितेष सिंह ने सभी छात्रों को समझाया कि वह 18 वर्ष की आयु से पहले वाहन न चलाए, लाइसेंस बनवाकर ही वाहन चलाएं, इससे वह भी सुरक्षित रहेंगे और उनके अभिभावकों को भी परेशानी नहीं होगी, उन्होंने कहा छात्रों को अनुशासन से रहना चाहिए, नियम-कायदों का खुद पालन करें और अन्य लोगों को भी प्रेरित करें, क्योंकि आप सब देश के भविष्य हैं और सभी को आप से उम्मीद हैं, सीओ ट्रैफिक ने छात्र-छात्राओं को समझाइश देते हुए कहा ट्रैफिक नियमों का पालन करें, उन्होंने छात्रों को हर नियम से वाकिफ कराया और नियम से चलने की गुजारिश की, वही एसपी ट्रैफिक सिद्धार्थ वर्मा ने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले नाबालिग बच्चों के द्वारा की जाने वाली ड्राइविंग पर रोक लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने मंगलवार को विशेष चैकिंग अभियान की पहल की है, एक तो ट्रैफिक पुलिस ने स्कूलों के बाहर चेकिंग अभियान चलाकर ड्राइविंग कर रहे नाबालिगों की धरपकड़ का अभियान शुरू किया है, ताकि वो ट्रैफिक पुलिस को हल्के में ना लें, इसके तहत पहले दिन कुल 109 नाबालिगों के खिलाफ एक्शन लिया गया, ये बच्चे जिन गाड़ियों को चला रहे थे, उनके ओनर्स के चालान काटे गए हैं, साथ ही उन्हें पैरेंट्स को भी सख्ती के साथ कहा गया है कि वो आगे से अपने बच्चों को बालिग होने और वेलिड लाइसेंस बनने तक गाड़ी ना चलाने दें, इस अभियान को चलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने बाकायदा ऐसे स्कूलों की पहचान की थी, जहां बड़ी संख्या में बच्चे गाड़ी चलाकर आते हैं, आपको बतादें जैसे ही दुपहिया वाहन व कार में बच्चे स्कूल पहुँचे वैसे ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया, यह बच्चे दस से 15 साल की आयु के थे, हैरानी की बात है कि परिजन अपने बच्चों को खुद बाइक देकर हादसों को न्यौता देेने में लगे हुए है, ट्रैफिक पुलिस की इस कार्रवाई से वाहन चालकों में हड़कंप मच गया, कुछ छात्र चोर रास्तों से भाग गए, ट्रैफिक पुलिस का यह अभियान भविष्य में भी चलेगा, इस अभियान पर जानकारी देते हुए यातायात प्रभारी अमित तोमर ने बताया कि अभियान चलाकर स्कूली बच्चों द्वारा चलाये जा रहे 109 वाहनों पर कार्यवाही की गई है, जबकि कुछ बच्चें थार कार से भी स्कूल पहुचे थे, कार को सीज़ कर दिया गया, स्कूल प्रबंधन और अभिभावकों का फर्ज बनता है कि बिना लाईसेंस के बच्चों को कार या बाईक न थमाए, वार्निंग के बाद अगर अब दोबारा यही बच्चे पकड़े जाते है तो परिजनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी और वाहन सीज कर दिये जाएंगे, बच्चों के जीवन के साथ किसी भी कीमत पर खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा, ट्रैफिक पुलिस का उद्देश्य चालान करके जुर्माना वसूलना नहीं है बल्कि बच्चों के जीवन को बचाना है, वही प्रोग्रेसिव स्कूल्स सोसाइटी के संयोजक एवं वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र चौहान ने आज होने वाली ट्रैफिक पुलिस कार्यवाही को सरहानीय कार्य बताया है, इस पर उन्होंने सभी अधिकारीगण व यातायात प्रभारी तोमर व उनकी टीम का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि शहर में दिनोंदिन वाहनों का दबाव बढ़ता जा रहा है, अभिभावक भी स्कूल जाने वाले बच्चों को चार पहिया व दोपहिया वाहन दे रहे हैं, नतीजतन नाबालिग यातायात के नियमों की परवाह किए बिना बेखौफ वाहन दौड़ा रहे हैं, शहर के कई स्कूलों में बच्चे दोपहिया वाहन लेकर पहुंच रहे हैं, लेकिन स्कूल संचालकों की ओर से इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, अभिभावक और स्कूल संचालकों के इस लापरवाह रवैये के कारण ही स्कूलों में बच्चे बिना किसी डर के वाहन लेकर पहुंच रहे हैं यह बड़े दुःख का विषय है, अभिभावकों को इस और ध्यान देना होगा तभी यह अभियान सफल होगा।
*रिपोर्ट-सुरेंद्र चौहान/सुभाष कश्यप!!*