50वीं बटालियन सशस्त्र सीमा बल बलरामपुर मुख्यालय के निर्माण के लिए जमीन खरीद का कार्य लगभग पूरा

50वीं बटालियन सशस्त्र सीमा बल बलरामपुर मुख्यालय के निर्माण के लिए जमीन खरीद का कार्य लगभग पूरा

जिलाघिकारी ने प्रशासनकि अधिकारियों संग जमीन का किया निरीक्षण

मकर संक्रान्ति के शुभ अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से एसएसबी को दिया जाएगा जमीन का कब्जा

मुख्यमंत्री द्वारा एसएसबी मुख्यालय निर्माण की आधारशिला रखने के लिए जिला प्रशासन बना रहा प्लान

जनपद में 50वीं बटालियन सशस्त्र सीमा बल बलरामपुर मुख्यालय के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। मुख्यालय निर्माण के लिए आवश्यक 15 हेक्टेयर जमीन के सापेक्ष 99 प्रतिशत जमीन की खरीद का काम पूरा हो गया है।
शुक्रवार को डीएम अरविन्द सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ तहसील सदर अन्तर्गत ग्रामसभा विशुनीपुर में प्रस्तावित 50वीं बटालियन मुख्यालय के निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन का निरीक्षण किया तथा एसएसबी कमान्डेन्ट के साथ चर्चा कर रूपरेखा तय की गई। बताते चलें कि जिलाधिकारी के विशेष प्रयास से एसएसबी हेडक्वार्टर के निर्माण के लिए कास्तकारों से आपसी समझौते के आधार पर जमीन खरीदी गई है, जिसमें कुछ जमीन ग्राम सभा की भी शामिल है। जिलाधिकारी द्वारा जमीन खरीद के लिए एसडीएम सदर और तहसीलदार को कास्तकारों से वार्ता कर बैनामा कराने की जिम्मेदारी दी गई थी जिसके क्रम में जमीन खरीद का काम 99 प्रतिशत पूरा हो गया है।
जिलाधिकारी श्री सिंह ने मौके पर उपस्थित कमान्डेन्ट को निर्देशित किया कि वे केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकर समीक्षा करते हुए एक आकलन रिपोर्ट एसडीएम के माध्यम से भेजें तथा मौके पर उपस्थित उप जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि वे बैनामें का स्पॉट मेमो तैयार करा लें। जिलाधिकारी ने बताया कि मकर सक्रान्ति के शुभ अवसर पर एसएसबी कमान्डेन्ट को जमीन का कब्जा जिला प्रशासन की ओर से दिया जाएगा तथा जिला प्रशासन द्वारा माननीय मुख्यमंत्री जी के द्वारा निर्माण कार्य की आधारशिला रखे जाने का प्लान तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य में एसएसबी प्रशासनिक भवन, बेस कम्ैप, आवासीय भवन आदि का निर्माण कार्य शामिल है।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 प्रदीप कुमार, एसएसबी 50वीं बटालियन कमान्डेन्ट एल0पी0 उपाध्याय, एसडीएम सदर राजेन्द्र बहादुर, तहसीलदार घासीराम सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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