दिल्ली में केशव मौर्य,जेपी नड्डा से होगी मुलाकात यूपी में बढ़ी राजनीतिक सियासी सरगर्मी
जिस तरह से लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में राजनीतिक बिसाते बिछ रही हैं, उससे यह लगता है उत्तर प्रदेश में हुई हार का ठीकरा बीजेपी का कथित केंद्रीय नेतृत्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर फोड़ने को आमादा नजर आ रहा है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता होने के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में सीधे तौर पर चुनी हुई सरकार के मुखिया हैं..
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव मौर्य जो अपनी विधानसभा सीट हार चुके हैं वह योगी आदित्यनाथ से प्रतिस्पर्धा में खुद को स्थापित नेता मानने की गलती कर रहे हैं….
उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव हारने की निष्पक्ष समीक्षा में कई बातें स्पष्ट रूप से सामने आएंगे की किस तरह से प्रदेश संगठन सरकार को किनारे रखकर कथित केंद्रीय नेतृत्व ने अपनी मर्जी के उम्मीदवारों को जनता पर थोपा था.
परिणाम आया सबके सामने है अब उस हार का ठीकरा फोड़ने के लिए मोहरा खोजने की जरूरत नहीं है …
क्योंकि वह मोहरा बिल्कुल साफ तौर पर स्पष्ट है कि कौन है….
अब इसके लिए अगर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बलि का बकरा बनाया जाता है तो यह प्रदेश की जनता के साथ-साथ देश की जनता भी इसे खारिज कर सकती है…..
क्योंकि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नाम पर प्रदेश सरकार को बहुमत दिया था ना कि किसी कथित केंद्रीय नेतृत्व के नाम पर।