आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य को लेकर आयोजित की गई मेगा मॉक एक्सरसाइज
रिस्पांसिबल ऑफिसर/डीएम की मौजूदगी में इन्सीडेन्ट कमांडर ने कराई मॉक ड्रिल
फ्लड पीएसी एवं एनडीआरएफ के जवानों ने नदी में डूब रहे व्यक्ति को बचाने का किया पूर्वाभ्यास
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भारत सरकार एवं उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के निर्देशन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बलरामपुर, एसडीआरफ एवं पीएसी फ्लड डिवीजन के संयुक्त तत्वाधान में गुरूवार को तहसील बलरामपुर अन्तर्गत राप्ती नदी के सिसई घाट पर बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य की मेगा मॉक एक्सरसाइज आयोेजित की गई , जिसमें जिलाधिकारी पवन अग्रवाल व पुलिस अधीक्षक श्री विकास कुमार की मौजूदगी में राजस्व, पुलिस, चिकित्सा, पशु चिकित्सा, अग्निशमन, आपूर्ति विभाग, पशुपालन, बाढ़ खण्ड, पंचायतीराज विभाग, आपदा सलाहकार एवं आपदा विशेषज्ञ सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
मॉक ड्रिल के लिए कम्पोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय सिसई में स्टेजिंग एरिया बनाया गया। सिसई घाट पर राप्ती नदी में व्यक्ति के डूबने की सूचना पर आईआरएस टीम डीएम पवन अग्रवाल, एसपी विकास कुमार, सीडीओ संजीव मौर्य, एडीएम प्रमोद कुमार, एडिशनल एसपी तथा सीएमओ सहित अन्य सभी सम्बन्धित विभाग के अधिकारी सिसई घाट पर पहुंचे। वहां पर एनडीआरएफ एवं फ्लड पीएसी के जवानों द्वारा राप्ती नदी में डूब रहे व्यक्ति को जीवित बाहर निकाल लिया गया। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद तुरन्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिसई पर भेजा गया जहां पर मेडिकल टीम द्वारा व्यक्ति का उपचार किया गया।
इसके बाद जिलाइमरजेन्सी सेन्टर पर सूचना प्राप्त होने पर कि राप्ती नदी के किनारे सिसई गांव के पूरब तरफ कुछ लोग टापू में फंस गये हैं। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ की टीम द्वारा फंसे हुए लोगों को सुरक्षि बाहर निकाला गया। इस दौरान डीएम व एसी ने प्रशासनिक टीम के साथ गांव में जाकर स्वयं स्थिति को देखा। तीसरे घटना में प्रशासन द्वारा सिसई गांव में राप्ती नदी का पानी घुसने की सूचना देते हुए ग्रामवासियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने की मॉक एक्सरसाइज की गई। अधिकारियों द्वारा गांव वालों को पूर्व सूचना दी गई तथा पुलिस व राजस्व टीम द्वारा ग्रामवासियों को सकुशल कम्पोजिट विद्यालय सिसई में बने बाढ़ शरणालय में शिफ्ट किया गया। मवेशियों को भी सुरक्षित स्थान पर लाने एवं उपचार की व्यवस्था के लिए पशुपालन विभाग की टीम लगाई गई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी पवन अग्रवाल ने कहा कि मॉक एक्सरसाइज के माध्यम से अपादा से जुड़े समस्त विभागों के बीच समन्वय, आपदा के दौरान कम से कम समय में रिस्पान्स, राहत एवं बचाव कार्य को अंजाम देना तथा बाढ़ आपदा के समय लोगों को राहत पहुंचाने का प्रशिक्षण था। इस कार्यक्रम के तहत एनडीआरएफ एवं फ्लड पीएसी के जवानों द्वारा डूबते हुए लोगों को बचाने के लिए डेमोंस्ट्रेशन किया गया। उन्होंने बताया कि जनपद में बाढ़ से बचाव को लेकर पूरी आईआरएस टीम तैयार है तथा बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्य के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां पूरी की गई हैं।
मॉक एक्सरसाइज में अपर जिलाधिकारी प्रमोद कुमार, एएसपी नम्रिता श्रीवास्तव, सीएमओ मुकेश रस्तोगी, एसडीएम सदर राज बहादुर, अधिशासी अभियंता बाढ़ जेके लाल, आपदा विशेषज्ञ अरूण सिंह, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, एआरटीओ, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, तहसीलदार सदर, एनडीआरएफ एवं फ्लड पीएसी, आपदा लिपिक राजेश कुमार व एसीआरए प्रवीन पाण्डेय सहित अन्य सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।