डीएम की अध्यक्षता में कृषि उत्पादन संगठन के कार्यों की समीक्षा संपन्न
कृषि कार्यों से जुड़ी कंपनियों के साथ टाईअप करे एफपीओ – डीएम
बांस की खेती,कुक्कुट पालन एवं फूलो की खेती जैसे कृषि कार्यों में आगे आए एफपीओ -डीएम
डीएम अरविंद सिंह की अध्यक्षता में कृषि उत्पादन संगठन के कार्यों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
बैठक में डीएम सिंह द्वारा सभी कृषि उत्पादन संगठन के सीईओ से वार्ता की गई एवं उनके द्वारा किए जा रहे कृषि कार्यों की जानकारी प्राप्त की गई।
उन्होंने कहा की कृषि उत्पादन संगठन एक उत्पादन कंपनी है,जिसका कार्य कंपनी/संगठन से जुड़े कृषको को बेहतर आय सुनिश्चित करना,कृषको को उभरते बाजार में अवसर उपलब्ध कराना,मध्यस्थो को हटाकर बेहतर मूल्य प्राप्ति,कृषको को आधुनिक तकनीकी और प्रशिक्षण प्रदान करना,सामूहिक खरीद एवं बिक्री है । एफपीओ के माध्यम से क्लस्टर आधारित कृषि व्यवसाय को बढ़ावा देना उद्देश्य हैं।
उन्होंने कहा की सभी एफपीओ पारंपरिक खेती के इतर व्यावसायिक खेती की ओर आगे आए। कृषि कार्यों से संबंधित विभिन्न व्यवसायों में संभावना तलाशे ।
जनपद जो की बाढ़ से प्रभावित रहता है यह बांस की खेती काफी संभावना है,बांस का बड़े पैमाने पर व्यवसायिक कार्यों में प्रयोग होता है। असम जैसे राज्य की इकोनॉमी काफी हद तक बांस के खेती का पर निर्भर है। उन्होंने कहा एफपीओ के सक्रिय सदस्य असम जैसे राज्यों का भ्रमण करे एवं बांस की खेती की शुरुवात बड़े पैमाने पर करें।
बैठक में एफपीओ द्वारा वन विभाग द्वारा संचालित मिशन बंबू में जनपद को शामिल किए जाने का मुद्दा उठाया गया। डीएम श्री सिंह ने कहा की मिशन बंबू में जनपद को शामिल किए जाने को उनके द्वारा शासन स्तर से पत्राचार किया जायेगा एवं इसके लिए व्यक्तिगत प्रयास भी किया जाएगा।
एफपीओ को कुक्कुट पालन,औषधीय खेती,फूलो के खेती में आगे आए।
उन्होंने कहा की एफपीओ अपनी क्रेडेबिलिट बढ़ाए। जिससे बैंक से आसानी से ऋण प्राप्त कर सकें।
एफपीओ विशेषज्ञता एवं बेहतर तकनीक के लिए आईटीसी जैसे कृषि कार्यों से जुड़ी कंपनियों से साथ टाईअप करें।
कृषि एवं संबंधित विभाग अपनी योजनाओं से एफपीओ को जागरूक करे एवं योजना का लाभ कैसे एफपीओ से माध्यम से बड़ी संख्या में कृष्ण को मिले इसके लिए पहल करे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संजीव कुमार मौर्य, डीडी एग्रीकल्चर,जिला कृषि अधिकारी,जिला उद्यान अधिकारी,सहायक निदेशक मत्स्य व अन्य संबंधित अधिकारी/ कर्मचारीगण उपस्थित रहें।