सेवा का संकल्प: नथुनियाक मोड़ पर आरएसवी फाउंडेशन का कंबल वितरण, राधेश्याम वर्मा बने क्षेत्र की उम्मीद

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सेवा का संकल्प: नथुनियाक मोड़ पर आरएसवी फाउंडेशन का कंबल वितरण, राधेश्याम वर्मा बने क्षेत्र की उम्मीद
उतरौला
सेवा ही सबसे बड़ा धर्म की भावना को साकार करते हुए आरएसवी फाउंडेशन ने रेहरा ब्लॉक के नथुनियाक मोड़, किशुनपुर ग्रांट में शुक्रवार को कंबल वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया। कड़ाके की ठंड के पहले ही वृद्धजनों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने वाले इस कार्यक्रम का नेतृत्व फाउंडेशन के चेयरमैन और समाजसेवी राधेश्याम वर्मा ने किया।
कार्यक्रम में सैकड़ों वृद्ध माताओं और बुजुर्गों को कंबल प्रदान किए गए। कंबल पाते ही वरिष्ठजनों के चेहरों पर उभरी संतोषभरी मुस्कान ने वातावरण को भावुक और ऊर्जा से भर दिया। बुजुर्गों ने राधेश्याम वर्मा को ढेरों आशीर्वाद देते हुए कहा कि कठिन ठंड में दिया गया यह सहयोग किसी संबल से कम नहीं है।
राधेश्याम वर्मा समाजसेवा की दुनिया में कोई नया नाम नहीं हैं। मुंबई में रहते हुए वे टाटा हॉस्पिटल के समीप कैंसर मरीजों और उनके तीमारदारों को रोजाना मुफ्त भोजन उपलब्ध कराते थे। उनके इस कार्य की वहाँ लगातार सराहना होती रही। अब उन्होंने अपने गृह क्षेत्र उतरौला में भी सेवा का संकल्प लेते हुए जरूरतमंदों के बीच उम्मीद की नई किरण जगाई है। उतरौला में संचालित आरएसवी हॉस्पिटल में वे पिछले कई शालों से हर रविवार मुफ्त ओपीडी सेवा चला रहे हैं। इसमें क्षेत्र के सैकड़ों लोग पहुँचकर रोगों की जांच, परामर्श और दवाइयों का निःशुल्क लाभ ले रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि राधेश्याम वर्मा जैसे सेवाभावी व्यक्तित्व के कारण चिकित्सा सुविधाओं की कमी से जूझता यह इलाका अब राहत का अनुभव कर रहा है। कार्यक्रम के दौरान राधेश्याम वर्मा ने कहा, “वृद्धजन हमारे समाज की धरोहर हैं। उनकी सेवा करना मेरा सौभाग्य है। मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है और मैं जीवनभर इसी पथ पर चलने का प्रयास करता रहूँगा।”