ब्रेकिंग न्यूज *देवबन्द
अवैध रूप से चल रहे ऑपरेशन थिएटर,, या गरीबों की मोत के अड्डे ? देवबन्द मे एक और महिला की मौत
गरीबों की मोत की कि दलाली से अखिर क्या है किसान हास्पिटल का रिश्ता ?
झोलाछाप सर्जन ने पथरी का ऑपरेशन करने के लिए किया था भर्ती,,चार बच्चों को अकेला छोड़ गई माँ
स्वास्थ्य विभाग अखिर कब करेगा झोलाछाप सर्जनों का सर्वे कब होगी बुलडोजर की कारवाई*
*देवबन्द सहारनपुर*
देवबन्द नगर मे ऑपरेशन के दोरान महिला की मौत का मामला सामने आया है देवबंद हाईवे एसडीएम कोर्ट के सामने डॉ रमेश चंद आर्य ने ग्राम निवासी को पथरी के ऑपरेशन के लिए भर्ती किया था।
जिसकी ऑपरेशन के दोरान मृत्यु हो गई या यूं कहें कि झोलाछाप सर्जन ने महिला की हत्या कर दी जिसके बाद ग्राम निवासीयों का गुस्सा फूट पड़ा गुस्साए ग्रामीणों ने अस्पताल मे तोड़ फोड़ की तो सूचना पर पुलिस भी पहुँच गई लेकिन तब तक ग़रीब महिला के शव की सौदेबाज़ी हो चुकी थी।
AC के कमरे बेठ कर डाक्टरों और ग्रामीणों के बीच लंबी बातचीत होती रही जिसको दूसरे शब्दों मे कहें तो फेसला कर लिया गया था ग़रीब महिला के पति को लाखों रुपए की राशि ने फेसला करने के लिए विवश कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला के चार बच्चे हैं जिनमे दो लड़किया और दो लड़के हैं मृत्तिका के पति दिहाड़ी मजदूरी से अपना जीवन यापन कर रहे थे अचानक हुए इस हादसे ने उनको गहरा सदमा पहुंचाया है।
डॉ0 रमेश चंद आर्य के बोर्ड पर लिखे मोबाइल नम्बर पर जब पत्राकार ने फ़ोन किया तो उन्होंने खुद को डोक्टर ना होना बताया और फोन काट दिया कवरेज के लिए पहुंचे संवाददाता को अस्पताल कर्मियों मे से किसी ने भी कुछ कहने से किसी भी प्रकार की जानकारी देने से पल्ला झाड़ लिया।
यहां बड़ा सवाल यह है। कि आख़िर कब तक गरीबो की जान से खिलवाड़ होता रहेगा कथित सर्जन कब तक किसी बच्चे से उनकी माँ किसी से पत्नी किसी की बहन बेटी को मोत की नींद सुलाते रहेंगे। और स्वास्थ्य विभाग अपनी कुंभकर्णी नीन्द से कब जागता है ये देखना भी दिलचस्प होगा।
अवैध रूप से चल रहे ऑपरेशन थिएटर के लिए भी क्या कोई सर्वे अभियान चलाया जाता है या नहीं ये तो आने वाला समय ही बतायेगा।