बोधगया में दलाई लामा की जासूसी करने वाली संदिग्ध चीनी महिला हिरासत में

बोधगया में दलाई लामा की जासूसी करने वाली संदिग्ध चीनी महिला हिरासत में

पूछताछ जारी तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा की सुरक्षा को खतरा है। सुरक्षा एजेंसियों ने बिहार के बोधगया में प्रवास कर रहे दलाई लामा की जासूसी का शक जताते हुए अलर्ट जारी किया है। अलर्ट मिलने के बाद बिहार पुलिस एक्टिव हो गई है।सुरक्षा एजेंसियों ने एक चीनी महिला का स्केच भी जारी किया है, जिसे संदिग्ध जासूस माना जा रहा है। स्केच जारी होने के बाद बिहार पुलिस ने चीनी जासूस को बोधगया के कालचक्र ग्राउंड के बाहर से हिरासत में लिया। गया सिटी पुलिस के एसपी अशोक प्रसाद उससे पूछताछ कर रहे हैं।

बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा अभी एक महीने के बोधगया प्रवास पर हैं। यहां गुरुवार से दलाई लामा का टीचिंग प्रोग्राम शुरू हुआ है, जिसमें देश-विदेश से 60 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे हैं। इस भीड़ में किसी चीनी महिला जासूस के भी पहुंचने का शक है।

गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने गुरुवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि हमें एक महिला का स्केच मिला है, उसे वेरिफाई कर रहे हैं। होटलों में छानबीन की जा रही है। अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिली है। दलाई लामा के साथ-साथ महाबोधि मंदिर की सुरक्षा भी कड़ी है। दलाई लामा के टीचिंग प्रोग्राम में बिना रजिस्ट्रेशन के किसी भी व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलिस संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखे हुए है।

*चीन को दलाई लामा से क्या दिक्कत*

1959 में चीन ने आधिकारिक रूप से तिब्बत पर अपना कब्जा जमा लिया था। दलाई लामा ने इसके खिलाफ थे। फिर भारत ने दलाई लामा को शरण दी और तब से वे हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में निर्वासित का जीवन बिता रहे हैं। तिब्बती बौद्ध धर्म के अनुयायी उन्हें अपना गुरु मानते हैं। दलाई लामा को शरण देने पर चीन भारत को अपना दुश्मन मानता रहा है।

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