बलरामपुर *डीएम की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ के मद्देनजर जनपद स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक सम्पन्न*
*सभी विभागीय अधिकारियों को बाढ़ से पहले तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश*
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती श्रुति की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ के मद्देनजर जनपद स्तरीय स्टीयरिंग कमेटी की बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी संबन्धित विभागीय अधिकारियों को उनके विभाग से सम्बन्धित तैयारियों को बाढ़ से पहले पूर्ण कर लेने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि तहसील स्तर पर बाढ़ सम्बन्धी बैठक आयोजित कर अपने स्तर पर तैयारियों की समीक्षा कर लें तथा राजस्व,बाढ़ प्रखण्ड और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम बनाकर अपने-अपने तहसील क्षेत्र के बाढ़ क्षेत्रों का निरीक्षण करा लें ताकि बाढ़ से पूर्व कहां पर क्या करने की आवश्यकता है,इसके बारे में जानकारी हो सके और समय रहते तैयारी पूर्ण कराई जा सके। अधिशाषी अभियन्ता बाढ़ खण्ड को निर्देश दिए कि वे बाढ़ क्षेत्रों की सूची उनके बाढ़ प्रखण्ड के अनुसार तैयार करा लें जिससे बाढ़़ के दौरान राहत कार्य पहुंचाने में दिक्तत न हो। निर्देश दिए कि बाढ़ खण्ड के अधिकारी ऐसे नालों का सर्वे करा लें जो कि जनपद में बाढ़ के कारक हैं। अधिशाषी अभियन्ता बाढ़ खण्ड द्वारा बताया गया कि बाढ़ नियंत्रण के लिए इस बार 11 बिन्दुओं पर तैयारी की जा रही है।
बाढ़ चाौकियों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि बाढ़ चौकियों को ऊंचे व सुरक्षित स्थानों पर स्थापित किया जाय जिससे आवागमन सुगम हो और राहत एवं बचाव कार्य तत्काल हो सके। बाढ़ के दौरान पीड़ितों को प्रदान की जाने वाली किट व अन्य सुविधाओं के लिए समय से टेण्डर आदि कराकर गुणवत्तापूर्ण आपूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
बैठक में जिलाधिकारी ने जिला पंचायतराज अधिकारी को निर्देशित किया कि वे नालों का सत्यापन करा लें तथा यह सुनिश्चित करें कि बाढ़ प्रभावित ग्राम पंचायतों में सफाईकर्मियों की तैनाती अनिवार्य रूप से हो। पीड़ितों एवं राहत कैम्पों में शु़द्व पेयजल मुहैया कराने के लिए उच्च स्थानों का चिन्हांकन कर नलों को उच्चीकृत कराने के निर्देश डीपीआरओ को दिए गए। इसके अलवा जनपद में उपलब्ध नावों का सत्यापन कराकर आवश्यकतानुसार उनकी मरम्मत कराकर रिपोर्ट देने एवं नाविकों के नाम, उनका मोबाइल नम्बर और उम्र का विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़ से पहले बाढ़ से प्रभावित होने वाले समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, पीएचसी पर सभी आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं तथा वहां पर तैनात होेने वाली मेडिकल टीम के अलावा वहां के लेखपालों एवं पंचायत सचिवों को आवश्यक दवाओं के बारे मे जानकारी देने के साथ ही उन्हें कुछ दवाइयां उपलब्ध करा दे, ताकि जरूरत पड़ने पर लेखपाल और सचिव सामान्य दवाइयां बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचा सकें। सर्पदंश व रैबीज से बचाव के दृष्टिगत पर्याप्त मात्रा में एन्टी स्नैक वेनम और एन्टी रैबीज इंजेक्शन की उपल्बधता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
पशु पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़ क्षेत्रों के पशुओं का सर्वे कराकर उनका शत-प्रतिशत टीकाकरण करा दें और टेण्डर कराकर बाढ़ से पहले भूसे का स्टॅाक सुरक्षित कर लें जिससे बाढ़ के दौरान मवेशियों को चारे की दिक्कत न हो। इसके अलावा बाढ़ के दौरान मवेशियों को उच्च एवं सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के लिए स्थल का चयन कर लें।
पूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि बाढ़ प्रभावितों को दी जाने वाली सभी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता समय से सुनिश्चित कराएं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे टूटी हुई सड़कों का सर्वे कराकर उनकी मरम्मत बाढ़ से पहले करा ले जिससे बाढ़ के दौरान आवागमन की दिक्कत न होने पावे।
बैठक में अपर जिलाधिकारी राम अभिलाष ने निर्देश दिए कि कटान वाले गांवों का नक्शा वहां पर रहने वाले लोगों के घरों के क्रमवार विवरण के साथ तैयार कराया जाय ताकि बाढ़ से होने वाले नुकसान की सही जानकारी हो सके।बैठक में एसडीएम सदर राजेन्द्र बहादुर, एसडीएम तुलसीपुर मंगलेश दूबे,सीओ सिटी राधारामण सिंह,अधिशाषी अभियन्ता बाढ़ खण्ड जे0के0 लाल,अधिशाषी अभियन्ता सिंचाई अखिलेश कुमार सिंह,जिला आपदा सलाहकार सचिन मदान,जिला आपदा विशेषज्ञ अरूण सिंह, एआरओ राम कुमार वर्मा सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।