दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर राजधानी की सीमा में बनेंगे 41 बस शेल्टर, लोगों की सहूलियत के लिए NHAI ने बढ़ाई संख्या
नई दिल्ली पुश्ता रोड को दिल्ली-सहारनुपर हाईवे के रूप में विकसित करने के साथ इस पर लोगों की सहूलियत के लिए बस शेल्टरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। अभी कागजों में पुश्ता रोड पर 27 बस शेल्टर हैं।
इसके हाईवे में तब्दील होने पर बस शेल्टरों की संख्या बढ़ाकर 41 कर दी जाएगी। बसों से आवागमन करने वालों को इससे फायदा होगा।
शेल्टर पर लगेंगे सोलर पैनल
बस शेल्टरों को आकर्षक बनाया जाएगा। इसमें उचित प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए प्रत्येक शेल्टर पर सोलर पैनल लगाने पर मंथन किया जा रहा है। साथ ही लोगों के बैठने के लिए बेंच लगाए जाएंगे। रूट नंबर और उन पर रुकने वालों बसों का ब्योरा होगा।
बस पकड़ने में हाेगी आसानी
हाईवे में तब्दील की जा रही पुश्ता रोड के दोनों तरफ पहले 27 बस शेल्टर थे। वक्त के साथ उनमें से कुछ सही बचे, काफी टूट गए थे। एक से दूसरे शेल्टर के बीच औसतन 1.2 किलोमीटर का फासला था। नई व्यवस्था के तहत बस शेल्टर की संख्या बढ़ाकर 41 की जाएगी, ऐसा होने पर एक से दूसरे शेल्टर के बीच दूर घट कर करीब 730 मीटर रह जाएगी। इससे ज्यादा इलाके कवर होंगे, लोगों को अपने क्षेत्र के पास ही बस पकड़ने के लिए शेल्टर मिल जाएगा।
40 प्रतिशत निर्माण हुआ
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) की भारतमाला परियोजना के तहत दिल्ली से सहारनपुर तक बन रहे इस हाईवे की लंबाई करीब 150 किलोमीटर है। लेकिन, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सीमा में अक्षरधाम मंदिर के पास एनएच-नौ से गीता कालोनी, न्यू उस्मानपुर, शास्त्रीपार्क, खजूरी खास होते हुए यूपी बार्डर (लोनी) तक पुश्ता रोड पर इसका 14.75 किलोमीटर का हिस्सा बनाया जा रहा है।
इस हिस्से में 6.398 किलोमीटर का एलिवेटड बन रहा है। यह हाईवे 12 लेन का होगा। इसमें से छह मुख्य लेन होंगी, इससे अलग छह सर्विस लेन भी बनाई जा रही हैं। राजधानी की सीमा में इसका 40 प्रतिशत निर्माण हो चुका है। दिसंबर 2024 तक इसे बनाने का लक्ष्य निर्धारित है।
क्या बोले परियोजना निदेशक
दिल्ली-सहारनपुर हाईवे के निर्माण सही गति से चल रहा है। इसमें राजधानी की सीमा में 41 बस शेल्टर बनाए जाएंगे। जिस पुश्ता रोड पर यह हाईवे बन रहा है, उस पर पहले कम बस शेल्टर थे।
अरविंद कुमार, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ