मुख्यमंत्री ने बलरामपुर में किया थारू संग्रहालय का लोकार्पण
पर्यावरण की सुरक्षा एवं संवर्धन को जंगल की रखवाली करने वाले जनजातीय समाज के लोगों से सबक – मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन योगी आदित्यनाथ द्वारा तहसील तुलसीपुर के विकासखंड पचपेड़वा में रुपए लागत 33.59 करोड़ की लागत से 5.5 एकड़ में विस्तृत थारू जनजाति संग्रहालय का लोकार्पण किया गया एवं थारू संस्कृति पर आधारित पर आधारित उत्पादों की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज पूरा विश्व ग्लोबल वार्मिंग का सामना कर रहा है । यदि जंगल की रखवाली करने वाले जनजातीय समाज के लोगों से सबक लें, तो पर्यावरण संरक्षण की सीख उनसे मिल जाएगी। उन्होंने कहां यहां के इमिलिया कोड़र में थारू संस्कृति संग्रहालय के लोकार्पण कार्यक्रम में कही। कहा कि विरासत को भूलकर कोई भी समाज आगे नहीं बढ़ सकता है। गौरवशाली परंपरा को सम्मान देने के लिए थारू जनजातीय संग्रहालय की स्थापना की गई है। यहां पर बच्चों को लाकर थारू समाज की संस्कृति से अवगत कराएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मां पाटेश्वरी के नाम से विख्यात धरा देवीपाटन को नमन करता हूं। थारू समाज के लोगों को हृदय से बधाई देता हूं। आजादी के अमृत महोत्सव के प्रवेश में देश की महिला राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू का जन्मदिन होने के कारण यह दिन दो मामलों में बहुत महत्वपूर्ण है। कहा कि थारू समाज जंगलों की रक्षा करता है। जड़ों से जुड़े, जंगल की रखवाली करने वाले इस समुदाय के लोग महाराणा प्रताप के वंशज हैं। जड़ों को मजबूत करने का इनका गौरवशाली इतिहास है। प्राचीन काल से ही यह समाज जड़, जमीन, जंगल की रखवाली करता चला आ रहा है। कहा कि जनजातीय दिवस के रूप में 15 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर मनाया जा रहा है। यह थारूओं का गौरवशाली इतिहास है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नौ साल पूरा होने पर बहुत कुछ कहने को है। 21 जून को योग दिवस पर लोग राष्ट्र के साथ जुड़ेंगे। भारत का सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ रहा है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पूरा विश्व संकट मोचक एवं आशा भरी नजरों से देखता है। गांव सड़क, घर घर नल, बिजली एवं लोक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से गरीबों का विकास हो रहा है। सात वर्ष पहले गरीबों का उपचार एक सपना था, लेकिन आयुष्मान योजना गरीबों का उपचार करने के लिए तैयार है। ज़िले में मेडिकल कालेज की स्थापना युद्ध स्तर पर है। आकांक्षात्मक जनपद बलरामपुर अब उभरकर विकसित जनपद के रूप में बढ़ रहा है। उच्च शिक्षा के लिए आदिशक्ति विश्वविद्यालय इसी कमीशनरी में बनेगा। कहा कि जिन परिवारों के पास जमीन नहीं होंगे उन्हें पट्टा दिया जाएगा। पांच वन टांगिया को राजस्व का दर्जा दिया गया है। थारुओं को कनेक्टिविटी से जोड़ा गया है। इससे पूर्व पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य प्रमुख सचिव ने प्रतीक चिह्न देकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत किया। समाज कल्याण एवं जनजातीय मंत्री श्री संजीव कुमार गौड़, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, जनपद प्रभारी एवं आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल,अवध क्षेत्र प्रभारी त्रयंबक तिवारी, सदर विधायक पल्टूराम,तुलसीपुर विधायक कैलाश नाथ शुक्ल, उतरौला विधायक राम प्रताप वर्मा, प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग मुकेश कुमार मेश्राम, मंडलायुक्त देवीपाटन मंडल, डीआईजी देवीपाटन मंडल, जिलाधिकारी अरविंद सिंह, पुलिस अधीक्षक केशव कुमार पूर्व सांसद दद्दन मिश्र, पूर्व गैंसड़ी विधायक शैलेश सिंह शैलू, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह, नगर पालिका चेयरमैन डा. धीरेंद्र प्रताप सिंह धीरू मौजूद रहे।