पैगम्बर हजरत मोहम्मद के यौमे पैदाइश पर निकाला गया मोहम्मदी जुलूस
जश्ने ईद मिलादुन्नबी का हुआ आयोजन।
बुजुर्ग महिला जब पैगंबर मोहम्मद पर कुड़ा फेंकती थी।
उस महिला को कभी बुरा नहीं कहा।
पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी बबलू कुमार दलबल के साथ रहे मौजूद।
चंदवा (लातेहार) पैंगम्बर मोहम्मद रसुलल्लाह सलल्लाह अलैह व सल्लम के जन्मदिन पर शुक्रबजार, कामता, बेलवाही, परसाही से जुलूस निकाला गया जो कामता चेकनाका, हरैया मोड़, सुभाष चौंक, मुख्य शहर, थाना, इंदिरा गांधी चौंक होते हुए बस स्टैंड पहुंचा, यहां मिलादुन्नबी का आयोजन किया गया, इसका आगाज मौलाना मोहम्मद ज्याउल रिजवी ने कुर्आन पाक की तेलावत ए कलाम से की।
हाफिज शेर मोहम्मद, मोलाना अताउल रहमान, मुफ्ती अब्दुल मन्नान कलामी, हाफिज वसीम मिस्बाही, मोहम्मद इजहारूल बारी नईमी ने कहा कि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर उनके द्वारा इंसानियत के पैगाम एवं मोहब्बत की बातों का उल्लेख करते हुए कहा कि पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब ने बहुत ही पाक पैगाम दुनिया को दिये और सारे आलम के लिए रहमत बनाकर आए।
पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के बताए गए रास्ते पर चलें। अपने बच्चों को सही तालीम दें, पढाएं लिखाएं, नेक राह पर चलने की सीख दें।
अंत में फात्हा पढ़कर, मुल्क की हिफाजत तरक्की और सभी की हिफाजत की दुआ मांगी गई।
*पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी बबलू कुमार दलबल के साथ रहे मौजूद*
पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी बब्लू कुमार दलबल के साथ मौजूद थे, इनके अलावा पुअनि नरायण यादव, एएसआई नागेन्द्र शर्मा, राम प्रसाद राम, रंजय सिंह, चौकीदार सदीक अंसारी समेत कई पुलिस के जवान शामिल थे।
*कार्यक्रम में उन्होंने की शिरकत*
इस अवसर पर हाफिज शेर मोहम्मद, मौलाना मोहम्मद ज्याउल रिजवी, मोलाना अताउल रहमान, मुफ्ती अब्दुल मन्नान कलामी, हाफिज वसीम मिस्बाही, मोहम्मद इजहारूल बारी नईमी, शुक्रबजार सदर असगर खान, ग्यास खान, अयुब खान, सदीक अंसारी, बाबर खान, रौशन टेलर, रमजान साई चिष्ती, रियाज टेलर, सफीक मियां, सरफुद्दीन राईन, अफरोज आलम, सदुल खान, नसरूदीन राईन, अफजल खान, नजीर खान, मुख्तार खान, ईमरान टेलर, कलीम टेलर, शमीम अंसारी, सदाम खान, शमशेर साई चिस्ती, समशाद अंसारी, नईम अंसारी,इसलाम राईन, ईरफान राईन, खुर्शीद राईन, ईजराईल अंसारी, फानु खान, कलाम कादरी, जावेद खान, कलीम टेलर, साबीर टेलर, सलीम टेलर, अजाद खान, रबुल खान, अनवर खान, क्यामुदीन राईन, रिजवानुल राईन कारा, रिजवान अंसारी, रियाजूल टेलर, तौफीक खान, कासीद राईन, हसीब राईन, रिजवान टेलर, मो0 अली, सलाम कादरी तसलीम खान, जसमुदीन खान, वाजीद खान, इसराईल खान, कमरुद्दीन खान, आशिक खलीफा, हैदर अली, सज्जाद खान, खैराती खान, रियाज खान, शाहबान खान, इबरार अहमद, मलीजान खान, नुर मोहम्मद खान सहित बड़ी संख्या मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शिरकत किया।
*बुजूर्ग महिला जब रोजाना पैगंबर मोहम्मद पर कुड़ा फेंकती थी।*
*उस महिला को पैंगंबर मोहम्मद ने कभी बुरा नहीं कहा*
*जानें उस महिला का क्या हुआ*
इंसानियत और प्यार के पैरोकार पैगंबर मोहम्मद साहब पर एक बुजुर्ग महिला रोजाना कूड़ा फेंकती थी, लेकिन फिर भी उन्होंने उस महिला को कभी कुछ बुरा नहीं कहा।
पैगंबर मोहम्मद साहब को इंसानियत और प्यार का पैरोकार यूं नहीं कहा जाता है. उन्होंने अपने अनुयायियों को हमेशा इंसानियत की राह ही दिखाई, पैगंबर साहब खुद भी मानवता की एक बहुत बड़ी मिसाल थे, पैगंबर ने उस बुढ़िया को भी कभी बुरा नहीं कहा जो रोजाना उन पर कूड़ा फेंकती थी. पैगंबर साबह ने उल्टा उस बुढ़िया का इलाज करवाया था,, उसके लिए दुआएं मांगी।
दरअसल, पैगंबर मोहम्मद साहब जिस रास्ते से गुजरते थे वहां एक बुढ़िया रहती थी, वो बुढ़िया रोजाना पैगंबर साहब पर कूड़ा फेंकती थी, पैगंबर बिना कुछ बोले मुस्कुराते और उस औरत के लिए दुआ कर चुपचाप निकल जाते थे, एक दिन जब मोहम्मद मुस्तफा साहब पर कूड़ा नही पड़ा तो उन्होंने पूछा यहां एक औरत हुआ करती थी जो रोज कूड़ा फेंकती थी, तो पता चला कि वो औरत बीमार है, जैसे ही मोहम्मद साहब को बुढ़िया की बीमारी का पता चला तो वे तुरंत उस औरत का हाल लेने पहुंच गए, पैगंबर ने बुढ़िया से पूछा कि आज आपने मेरे ऊपर कूड़ा नही फेंका तो आपको देखने आ गया और अल्लाह से दुआ की आप जल्दी ठीक हो जाओ, ये देख वो औरत रोने लगी और हजरत मोहम्मद से माफी मांगी।