योगी सरकार में 25 करोड़ का घोटाला करने वाले अधिकारियों का हुआ प्रमोशन
तत्कालीन एक्सईएन मेघ प्रसाद सहित एई व जेई पर घोटाले का आरोप,जांच के नाम पर लीपा पोती
बलरामपुर जनपद के लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड में तैनात तत्कालीन अधिशासी अभियंता के विरुद्ध भाजपा के पूर्व विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने गलत भुगतान का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। जांच के नाम पर लीपापोती का आरोप लगाते हुए पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर जांच कराने की मांग की है। पूर्व विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने बताया कि वर्ष 2021 में प्रांतीय खंड के तत्कालीन अधिशासी अभियंता मेघ प्रकाश, तत्कालीन सहायक अभियंता कमलाकांत व अवर अभियंता रवि यादव के द्वारा 25 करोड़ का घोटाला कर के फर्जी भुगतान की उच्च स्तरीय जांच कराने के लिए पत्र दिया था, इसके बाद तत्कालीन जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश व डीएम श्रुति ने भी प्रमुख सचिव को पत्र लिखा था। इस पर प्रमुख सचिव ने सज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच के लिए टीम गठित कर टी एस सी जांच के आदेश दिए थे, आरोप है कि वर्तमान में तैनात प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता भानु प्रताप यादव ने जांच टीम को गलत अभिलेख दिखाकर गुमराह किया है। पूर्व विधायक ने बताया कि दिनांक 12 जून 2023 को शासन द्वारा गठित टीम टीएससी जांच के लिए प्राविधिक परीक्षक जसवंत सिंह जांच के लिए आए लेकिन मौके पर उक्त प्रकरण की जांच न करके एक स्थानीय होटल में अधिशासी अभियंता भानु प्रताप यादव से मुलाकात कर पूर्व अधिशासी अभियंता मेघ प्रसाद के कारनामों को छुपाते हुए लीपापोती कर भारी भरकम रकम लेकर वापस चले गए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार में लिफ्ट अधिशासी अभियंता पर कोई कार्रवाई तो नहीं हुई लेकिन पदोन्नति हो गई और वह अधीक्षण अभियंता के रूप में लखनऊ तैनात हो गए। जबकि सहायक अभियंता का भी पदोन्नति कर अधिशासी अभियंता के रूप में बलिया में तैनाती दी गईं। जबकि अवर अभियंता रवि यादव प्रांतीय खंड बलरामपुर में ही तैनात हैं, उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में तैनात अधिशासी अभियंता को ज्ञात हो गया है कि पुनः मामले की जांच होगी इसलिए वह विभाग के छोटे-छोटे बांड को उठाकर फर्जी भुगतान कर रहे हैं। जिसको लेकर पूर्व विधायक शैलेश कुमार सिंह शैलू ने 24 जुलाई 2024 को पुनः मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले की जांच कराकर कार्यवाही की मांग की है।