बलरामपुर-मिशन निपुण के अंतर्गत डाइट मेंटर, एसआरजी और एआरपी की दो दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन

बलरामपुर-मिशन निपुण के अंतर्गत डाइट मेंटर,एसआरजी और एआरपी की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ

जिला प्रशासन,बेसिक शिक्षा विभाग एवं नीति आयोग की सहयोगी संस्था पीरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में मॉडल स्कूल कार्यक्रम जनपद में संचालित है जिसके अंतर्गत मुख्य विकास अधिकारी, बेसिक शिक्षा अधिकारी और डाइट प्रिंसिपल के नेतृत्व में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका संचालन पीरामल फाउंडेशन ने किया । इस कार्यशाला में 45 एआरपी, 4 एसआरजी एवं 10 डाइट मेंटर ने प्रतिभाग किया।
कार्यशाला का उद्देश्य जिले में संचालित निपुण भारत अभियान और एफ.एल.एन. के तहत डाइट मेंटर, एसआरजी और अकादमिक रिसोर्स पर्सन की भूमिका को प्रभावी बनाने और टिप्पस टूल के माध्यम से कक्षाकक्ष में शिक्षकों को टीचिंग प्रैक्टिस का प्रभावी संचालन कैसे सुनिश्चित किया जाये एंव नेतृत्व क्षमता वर्धन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया, ताकि सभी विद्यालय भ्रमण के दौरान किये जाने वाले सपोर्टिव सुपरविजन को प्रभावी बना सकें। कार्यशाला की शुरुआत मॉडल स्कूल कार्यक्रम के उद्देश्यों और पिछले दो वर्षों में प्राप्त की गई उपलब्धियों की चर्चा से की गई ।
पीरामल फाउंडेशन के स्टेट रिसोर्स पर्सन नफीस अहमद ने कार्यशाला का संचालन किया। कार्यशाला में सभी प्रतिभागियों को टीचर्स इंस्ट्रक्शनल प्रैक्टिस एंड प्रोसेस सिस्टम (टिप्पस टूल) का अभिविन्यास कराया गया, जिससे उनके द्वारा किया जाने वाला सपोर्टिव सुपरविजन अधिक प्रभावी बन सके और अध्यापकों के क्षमता वर्धन प्रोसेस में प्रभावी फीडबेक के माध्यम से सहयोग प्रदान किया जा सके।
कार्यशाला के दौरान सभी एआरपी ने विद्यालयों में किए जा रहे सपोर्टिव सुपरविजन संबंधित रणनीतियों को बनाया और छोटे समूहों द्वारा अपने विचारों को प्रस्तुत किया। इसके साथ ही, अध्यापकों में क्षमता निर्माण के लिए कक्षा का छोटे समूह में डेमोंस्ट्रेशन किया गया, जिसमें ए.आर.पी के साथ उनकी वीडियो बनाकर कक्षा की अपनी प्रक्रिया पर प्रतिक्रिया दी गई।
मुख्य विकास अधिकारी संजीव कुमार मौर्या ने बताया की इस कार्यशाला की मदद से हमारे जिले में कार्यरत सभी डाइट मेंटर, एसआरजी और एआरपी को उनके सपोर्टिव सुपरविजन को प्रभावी करने में और शिक्षकों को सटीक फीडबेक देने में मदद मिलेगी जिससे की जिले के सभी शिक्षकों को कक्षाओं का बेहतर संचालन और छात्रों तक एफएलएन का ट्रांजीशन प्रभावी हो सकेगा । इस कार्यशाला में बेसिक शिक्षा अधिकारी और डाइट प्राचार्य ने भी प्रतिभागियों को संबोधित कर मिशन निपुण के लक्ष्य प्राप्ति को लेकर अपने विचार व्यक्त किये ।
कार्यशाला के समापन में पीरामल फाउंडेशन के डिस्ट्रिक्ट लीड इमरान ने बताया कि यह कार्यक्रम प्रशासन की प्राथमिकता में है और इसके प्रभावी संचालन हेतु समय-समय पर क्षमतावर्धन कार्यशालाओं का आयोजन होता रहेगा। साथ ही, समुदाय और विद्यालय स्तर पर भी कई अभियान और कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे, ताकि परिषदीय विद्यालयों में नामांकित हर बच्चा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से लाभान्वित हो सके।

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