अतीक-अशरफ हत्याकांड: लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े़ हो सकते हैं तार, गैंग ने मुहैया कराई होगी प्रतिबंधित विदेशी पिस्टल

लखनऊ उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई।इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले हमलावर हमीरपुर जिले के कुरारा कस्बा निवासी सनी सिंह, बांदा जिले के क्योटरा मोहल्ला निवासी लवलेश और कासगंज जिले के सोरों थाना क्षेत्र के कादरवाड़ी गांव निवासी अरुण मौर्य को पुलिस ने मौके से पकड़ा था।इनके पास से दो तुर्की की प्रतिबंधित पिस्टल गिरसाना और जिगाना के अलावा एक देशी पिस्टल बरामद हुई है,जिससे आशंका जताई जा रही है कि तीनों हमलावरों के तार गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से जुड़े हो सकते हैं।इन्हीं पिस्टल से पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला को मौत के घाट उतारा गया था।

आशंका यह भी है कि हमलावरों को पिस्टल लॉरेंस गैंग के जरिए मिली है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का कुख्यात सुंदर भाटी संपर्क कड़ी हो सकता है।जांच टीमें इसकी जड़ तक पहुंचाने के लिए जुटी हैं।अतीक और अशरफ हत्याकांड की जांच शुरू हो गई है।बता दें कि हमलावरों के पास से तुर्की की प्रतिबंधित पिस्टल गिरसाना और जिगाना भी बरामद हुई थी। लॉरेंस गैंग विदेशी हथियारों का ही इस्तेमाल करता है।

अपराध का विश्लेषण करने वाले जानकारों का कहना है कि लॉरेंस गैंग के माध्यम से यह पिस्टल हमलावरों पास तक पहुंची होगी। लॉरेंस ने अपराध की दुनिया में बड़ा नेटवर्क तैयार किया है। जेल के भीतर बैठकर भी लाॅरेंस कई राज्यों में फैले अपने 600 से ज्यादा शार्प शूटरों से किसी भी वारदात को अंजाम दिला सकता है।

सूत्रों के मुताबिक 15 जनवरी 2015 को कुख्यात सुंदर भाटी को हमीरपुर जेल भेजा गया था।यहां सुंदर भाटी ने स्थानीय लोगों को जोड़ने के लिए खूब धन बल का प्रयोग किया।चर्चा तो यह भी है कि जेल के सामने शिव मंदिर का निर्माण भी सुंदर भाटी ने कराया था। सुंदर भाटी को लगभग पांच साल हमीरपुर जेल रखने के बाद 30 मई 2020 को उसे सोनभद्र भेजा गया।इसी दौरान पांच बार जेल गया सनी जेल में लगभग आठ महीने रहा और सुंदर भाटी से जुड़ा रहा।इसके माध्यम से स्मार्ट शूटर लॉरेंस विश्नोई से सनी का तार जुड़ा हो सकता है। इसी तरह दो अन्य को भी किसी माध्यम से जोड़ा गया होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *